ABC NEWS: ( पूजा वर्मा ) जैसा कि हम सभी जानते है की विदेश में यात्रा करने के लिए पासपोर्ट की जरूरत होती है. हर देश के पासपोर्ट की अपनी ताकत होती है. जिस देश का पासपोर्ट जितना ताकतवर होता है, उस देश के नागरिकों को उतने ही ज्यादा देशों में वीजा फ्री एंट्री की सुविधा मिलती है.
हाल ही में लन्दन की परामर्श संस्था हेनली एवं पार्टनर्स ने “हेनली पासपोर्ट सूचकांक” (Henley Passport Index) जारी किया है. एक बार फिर जिसमें जापान और सिंगापुर के पासपोर्ट दुनिया में सबसे प्रभावशाली पासपोर्ट का दर्जा प्राप्त हुआ है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के मुताबिक इस साल सिंगापुर का पासपोर्ट सबसे ज्यादा मजूबत बन चुका है. सिंगापुर से पहले जापान का पासपोर्ट सबसे ज्यादा पावरफुल था .इस बार कुल 199 देशों में से भारत को इस सूचकांक में 85वांँ स्थान दिया गया है. यह सूचकांक हर तीन माह में जारी होने वाला दुनिया भर में सबसे विश्वसनीय माना जाता है. इस सूचकांक में पासपोर्ट की रैंकिंग इस आधार पर तय की जाती है कि किसी देश का पासपोर्ट धारक कितने देशों में बिना पूर्व वीजा (prior visa) के यात्रा कर कर सकता है.
भारतीय पासपोर्ट से 57 देशों में वीजा-फ्री एंट्री मिलती है-
इस बार भारत ने अपनी रैंकिंग में काफी सुधार दिखाया है. भारतीय पासपोर्ट में पांच स्थानों का सुधार हुआ. पिछले साल यह 87 नंबर पर था. पिछले कुछ सालों के मुकाबले भारत की रैंकिंग में सुधार देखा गया है. पिछले साल भारत को 85वाँ स्थान प्राप्त था. जो अब पांच अंकों के सुधार के साथ 80वीं रैंकिंग तक पहुंच गया.
जानें क्या है हेनले पासपोर्ट इंडेक्स-
‘हेनले पासपोर्ट इंडेक्स’ दुनिया के सभी पासपोर्टों की मूल रैंकिंग है, जो यह बताता है कि किसी एक विशेष देश का पासपोर्ट धारक कितने देशों में बिना पूर्व वीज़ा के यात्रा कर सकता यह इंडेक्स मूलतः डॉ. क्रिश्चियन एच. केलिन (हेनले एंड पार्टनर्स के अध्यक्ष) द्वारा स्थापित किया गया था. इसकी रैंकिंग ‘इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन’ (IATA) के विशेष डेटा पर आधारित है, जो अंतर्राष्ट्रीय यात्रा की जानकारी का दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे सही डेटाबेस प्रदान करता है. इसे साल 2006 में लॉन्च किया गया था और इसमें 199 विभिन्न पासपोर्ट शामिल हैं.