ABC NEWS: (भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर में इस्राइल और आतंकी संगठन हमास के बीच शुरू हुए युद्ध का असर दिखना गया है. युद्ध के कारण शहर के लगभग 150 करोड़ के चमड़ा उत्पादों के आर्डर इस्राइल की कंपनियों ने रोक दिए हैं। इससे शहर के चमड़ा निर्यातक परेशान हैं और उन्हें माल डंप होने का डर है.
इस बाबत आयात-निर्यात विशेषज्ञ जफर फिरोज ने बताया कि सैडलरी, सैनिकों के जूतों का भी शहर से निर्यात किया जाता है. छह महीने पहले मिले करीब 150 करोड़ के निर्यात आर्डर युद्ध के चलते इस्राइल की कंपनियों और बायरों ने रोक दिए हैं. आर्डरों को होल्ड पर रखा गया है. कानपुर से सैडलरी, सैनिकों के जूता के अलावा फैशन वाले उत्पादों की भी इस्राइल में अच्छी मांग है. इस्राइल एक नए बाजार के रूप में बढ़ रहा था.
उद्यमियों को पूंजी फंसने की आशंका ज्यादा सता रही हैं. अन्य उद्योगों में एक से दो सप्ताह के बाद असर दिखना शुरू होने की आशंका जताई जा रही है. कच्चा तेल महंगा हुआ तो हर उत्पाद के दाम बढ़ना तय माना जा रहा है. शहर से चमड़ा और चमड़े के उत्पादों का अच्छा निर्यात होता है.
उद्यमियों ने कहा कि जिस तरह से युद्ध हो रहा है। ऐसे में इसके लंबा खिंचने के आसार हैं. इससे कच्चा तेल, डॉलर के मूल्य बढ़ने की आशंका होगी. दरअसल सर्दियों में कच्चा तेल वैसे ही महंगा होता है. अब आने वाले महीनों में सर्दियां शुरू होंगी. इससे महंगाई बढ़ेगी, तो उत्पाद भी महंगे आएंगे. कच्चा माल महंगा होगा, तो उत्पादों के दाम बढ़ जाएंग.