ABC NEWS: ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे के पहले हिन्दू पक्ष ने बड़ा कदम उठाया है. ज्ञानवापी में मंदिर होने के साक्ष्यों का दावा करते हुए नई याचिका दायर की गई है. इसमें मुस्लिमों के ज्ञानवापी परिसर में प्रवेश की रोक की मांग के साथ इन साक्ष्यों-सबूतों की सुरक्षा की गुहार लगाई गई है.
हिंदू पक्ष की महिला वादिनी राखी सिंह ने वाराणसी कोर्ट में ये याचिका दायर की है. इस याचिका में राखी सिंह ने मुस्लिम पक्ष पर हिंदू प्रतीक चिन्हों के साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाया है. उन्होंने इस याचिका में कहा है कि जब तक एएसआई सर्वे की टीम अपनी रिपोर्ट नहीं सौंप देती तब तक ज्ञानवापी परिसर को बंद कर दिया जाना चाहिए. इस मामले में जिला अदालत 4 अगस्त को दोपहर 2 बजे सुनवाई करेगी.
ज्ञानवापी के संपूर्ण परिसर में एएसआई सर्वे को लेकर कल इलाहाबाद हाईकोर्ट अपना फैसला सुनाएगा, जिसके पहले हिंदू पक्ष की तरफ से विश्व वैदिक सनातन संघ फाउंडर मेंबर राखी सिंह ने वाराणसी की जिला अदालत में परिसर में मुस्लिमों द्वारा छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए एक याचिका दायर की गयी है. याचिका में कहा गया है कि मुस्लिम प्रवेश को ज्ञानवापी परिसर में जाने से तत्काल रोका जाए. जिससे ज्ञानवापी परिसर में मौजूद तत्वों के साथ मुस्लिम पक्ष छेड़छाड़ ना कर सके. कोर्ट ने याचिका को स्वीकार करते हुए 4 अगस्त को सुनवाई करेगी.
यह याचिका महिला वादिनी राखी सिंह ने जिला जज अजय कुमार विश्वेश की कोर्ट में लगाई है. इस याचिका में राखी सिंह ने कहा है कि प्रतिवादी पक्ष संख्या 4 यानी की अंजुमन इंतजामिया ज्ञानवापी के सारे साक्ष्य मिटा देगा. इन साक्ष्यों की सुरक्षा के लिए ज्ञानवापी परिसर को बंद करने की याचिका की है. इस मामले की सुनवाई 4 अगस्त को दोपहर 2 बजे करेगी.