ABC NEWS: हरदोई के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में भोजन करने के बाद अचानक 38 छात्राओं की हालत बिगड़ गई, जिससे हड़कंप मच गया. आनन-फानन में सभी छात्राओं को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. साथ ही 8 छात्राओं को जिला अस्पताल रेफर किया गया है. जिला अस्पताल में एसडीएम सदर व सीएमओ समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और छात्राओं का हालचाल जाना. पूरी घटना के बाद भी बीएसए हरदोई न तो कस्तूरबा विद्यालय पहुंचे और न ही जिला अस्पताल.
पिहानी कोतवाली इलाके के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में उस समय हड़कंप मच गया जब खाना खाने के बाद अचानक ही एक-एक करके छात्राओं की हालत बिगड़ने लगी. एक-एक करके लगभग 38 छात्राओं की हालत बिगड़ गई और छात्राओं की बड़ी संख्या में हालत बिगड़ते देख वार्डन के हाथ पांव फूल गए. आनन-फानन में सभी छात्राओं को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया और भर्ती कराया गया. डॉक्टर के मुताबिक 8 छात्राओं को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है. सूचना पाकर डीसी बालिका शिक्षा डॉक्टर अविनाश पांडे भी मौके पर पहुंचे.
एसडीएम ने बैठाई जांच
कस्तूरबा विद्यालय के डीसी अविनाश पांडे का कहना है कि पिहानी में स्वास्थ्य मेला लगा था, जिसमें छात्राओं को कैल्शियम व एल्बेंडाजोल की दवाएं दी गई. शायद उसी के प्रभाव से बालिकाओं को यह परेशानी हुई है. जिला अस्पताल में एसडीएम सदर व सीएमओ भी पहुंचे, लेकिन हरदोई बीएसए न तो कस्तूरबा विद्यालय पहुंचे और न ही जिला अस्पताल पहुंचे. इतनी बड़ी घटना के होने बावजूद बीएसए का न आना चर्चा का विषय जरूर बना हुआ है. एसडीएम स्वाति शुक्ल ने बताया कि पूरे प्रकरण में जांच बैठाई गयी है.