ABC News: मथुरा के वृंदावन में साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर को ठा. श्री बांकेबिहारी के दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ा हुआ है. नववर्ष पर विभिन्न मंदिरों में विशेष आयोजन की तैयारियां शुरू हो गईं हैं. बांकेबिहारी मंदिर को नववर्ष की पूर्व संध्या पर जहां रंग बिरंगे गुब्बारों और फूलों से सजाया गया है, वहीं ठाकुरजी को नयनाभिराम पोशाक धारण कराई जाएगी. इस्कॉन मंदिर बदले स्वरूप में नजर आएगा. शनिवार को ठाकुर श्रीबांके बिहारी मंदिर भक्तों से भरा रहा.
ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर सहित वृंदावन के प्रमुख मंदिरों में बड़ी संख्या में भक्त पहुंच चुके हैं. इसे देखते हुए ठा. श्रीबांकेबिहारी मंदिर में सुगंधित इत्र का छिड़काव भी किया जा रहा है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल आदि राज्यों के साथ ही विदेशों से भी श्रद्धालु वृंदावन पहुंचे हैं. होटल एसोसिएशन के अनुसार, वर्तमान में वृंदावन के आश्रम, गेस्टहाउस और धर्म शालाओं में ठहरने के लिए कमरे तक उपलब्ध नहीं हैं. पिछले सालों में देखें तो पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर महीने में 2021 में ब्रज में 18 लाख श्रद्धालु आए थे. इस वर्ष यह आंकड़ा 25 लाख से अधिक पहुंचने का अनुमान है. कोरोना के पीक वर्ष 2020 में भी ब्रज पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 91 लाख 26 हजार 481 रही. इनमें 23 हजार 481 विदेशी श्रद्धालु थे.
नएवर्ष के अवसर पर वृंदावन आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए प्रशासन ने हर तिराहा चौराहा पर श्रद्धालु मित्र तैनात किए हैं. डीएम पुलकित खरे ने बताया कि श्रद्धालु मित्रों से बाहर से आने वाले भक्तों के साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार करने के निर्देश दिए गए हैं. श्रद्धालु मित्र एनसीसी, एनएसएस, स्काउट और नेहरू युवा केंद्र से जुड़े हुए युवा हैं. 31 दिसंबर और 1 जनवरी को वृंदावन में होने वाली भीड़ के मद्देनजर नगर निगम प्रशासन ठा. श्रीबांके बिहारी मंदिर के पास अस्थाई फैसिलिटी सेंटर बनाने जा रहा है. नगर निगम के अपर नगर आयुक्त क्रांतिशेखर सिंह ने बताया कि वीआईपी पार्किंग और विद्यापीठ चौराहे के समीप झुनझुन वाला कोठी में यह सेंटर बनाए जा रहे हैं. यहां लोगों के बैठने के लिए कुर्सी, दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था होगी.