ABC News: शहर में डेंगू बेकाबू हो चुका है. आलम यह है सैम्पलिंग में रोज बड़ी संख्या में पॉजिटिव आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग भी दावे के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा है. शुक्रवार को 36 नए डेंगू के केस सामने आने से हड़कंप मच गया. इनमें तीन बच्चे भी हैं. चार दिनों में मरीजों का आंकड़ा 141 पहुंच गया है. हालत बिगड़ने पर चार मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग की जारी रिपोर्ट में देवांश (10), सत्यम (14), सरिता (30), शैलेन्द्र (45), नेहा (23), खुशबू (16) राजेश सिंह (48), विकास (21), उजैद(15) में डेंगू संक्रमण पाया गया है। इसी तरह उर्सला अस्पताल की रिपोर्ट में सुरेश चंद्र (42), बुद्धिमती (71), अभिनिवेश वर्मा (5), अल्कैफ (4), धीरेंद्र (32), अकगरा गंगवार (17), अर्पिता कटियार (27), संस्कार (18), सीमा पाल(33), मुन्नी देवी (50), प्रवीण कुमार (32), राजकुमार(33), गौरव राणा(13), रश्मि सिंह(37), शमशेर सिंह (35), वर्तिका (16), रामदुलारी(45), रानी (24), जमील (50), विशाल (17), सौरभ (21), जिगर (12), दीप नारायण (36), रामेश्वर कुमार (32), रुद्र शुक्ल (10) और अभिषेक तिवारी (27) को डेंगू हुआ है. एसीएमओ डॉ.आरएन सिंह ने बताया कि संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. कुछ मरीज गंभीर हो रहे तो कुछ सामान्य रहकर ही ठीक हो जा रहे हैं.
डीएम विशाख जी ने शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान नर्वल तहसील के बॉबी गांव में गंदगी व जलजमाव मिलने पर नाराजगी जताई. सख्त निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर डेंगू के सोर्स को डिटेक्ट करे और इसकी रिपोर्ट दे. साथ ही गांवों में लगातार फॉगिंग के साथ नालियों की साफ-सफाई भी कराई जाए. डीएम ने लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को डेंगू से बचाव के प्रति जागरूक किया. कहा कि कूलर, गमला, बाल्टी, डिब्बा आदि में साफ पानी एकत्र न होने दें. गांव के सभी सिंप्टोमेटिक लोगों को दवा का वितरण सुनिश्चित किया जाए. लगातार तीन से चार दिन बुखार आने वालों की हिस्ट्री खंगाल कर उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराएं. जिला मलेरिया अधिकारी अपनी निगरानी में पूरे जिले में सोर्स डिटेक्शन की कार्रवाई कराएं. सीएमओ डॉ. आलोक रंजन समेत अन्य अधिकारी रहे.