ABC NEWS: UP के भदोही में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां अग्निशमन यंत्र के सिलेंडर में नाइट्रोजन गैस भरने के दौरान बड़ा हादसा हो सिलेंडर फटने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई. युवक का नाम शेरू है. इस घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस के एक अफसर ने बताया है कि घटनास्थल का जायजा लिया गया है. पुलिस ने शेरू के शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए भेजा है.
अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती के मुताबिक, अभी इस हादसे को लेकर किसी ने भी किसी के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. घटना भदोही के लिप्पन तिराहा स्थित कजियाना वार्ड नंबर 25 की है. यहां एक मोहल्ले में फायर फाइटिंग गोदाम है. एक अग्निशमन यंत्र के सिलेंडर में नाइट्रोजन गैस भरने का काम किया जा रहा था. इसी बीच सिलेंडर फट गया.
गोदाम बिना लाइसेंस के चल रहा था
इस हादसे में वहां कार्यरत जलालपुर के असगर अली के बेटे शेरू की जान चली गई. शेरू की उम्र 24 साल बताई जा रही है. स्थानीय लोग पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठा रहे हैं. उनके मुताबिक, अग्निशमन कारखाना (गोदाम) बिना लाइसेंस के पिछले कई साल से अवैध रूप से मोहल्ले में चल रहा था. लेकिन, प्रशासन उदासीन बना रहा. किसी भी अफसरों की नजर गोदाम पर नहीं पड़ा.
फोरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंची
वहीं, हादसे की सूचना मिलते ही फोरेंसिक विभाग की एक यूनिट भी मौके पर पहुंची. टीम ने घटनास्थल पर मौजूद सभी साक्ष्यों को इकट्ठा किया.अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती के मुताबिक, शमशेर खां के यहां मृतक शेरू पिछले 6 साल से काम कर रहा था. वह अग्नि शमन यंत्र में गैस भरने का काम करता था.
ग्राउंड फ्लोर पर खुला था गोदाम
बताया जा रहा है कि गोदाम एक घर के ग्राउंड फ्लोर पर खुला था. स्थानीय लोगों के मुताबिक, धमाका इतना जोरदार था कि लगा कि बम फटा हो. पुलिस के मुताबिक, 20-25 साल से शमशेर खां यहां पर अग्निशमन कारखाना चला रहा था. साल 2002 में श्रम विभाग से उसने रजिस्ट्रेशन कराया था. लेकिन साल 2009 के बाद कारखाने का शमशेर खां ने कभी रिनिवल नहीं कराया. एएसपी के मुताबिक, मृतक परिवार से शिकायत मिलने पर ही आगे की कार्रवाई की होगी.