ABC NEWS: प्रख्यात संत प्रेमानंद महाराज की शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई. सीने में दर्द की शिकायत पर उन्हें रामकृष्ण मिशन अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया. इस दौरान उनके साथ कई शिष्य भी मौजूद रहे. इको और कुछ टेस्ट के कराने के बाद प्रेमानंद महाराज फिर अपने आश्रम के लिए रवाना हुए. फिलहाल उनकी तबीयत ठीक बताई जा रही है. प्रेमानंद महाराज की तबीयत बिगड़ने की खबर सुनकर भक्त आश्रम पहुंचे. वो जानने को बेताब हैं कि वह कैसे हैं.
प्रेमानंद महाराज जी को कुछ देर के लिए शुक्रवार को हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था. डॉक्टर्स ने उनके कुछ ट्रीटमेंट किए. हालांकि थोड़ी देर बाद ही प्रेमानंद जी महाराज की तबीयत में सुधार देखते हुए उन्हें वापस आश्रम ले जाया गया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी उनकी तबीयत में सुधार है. अस्पताल में इको टेस्ट कराने के बाद उन्हें वापस आश्रम के लिए रवाना किया गया.
पसीने से भीग चुके थे प्रेमानंद
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार शाम श्रीराधारानी की संध्या आरती में प्रेमानंद जी महाराज भी शामिल थे. बताया गया कि तभी उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई. इसके बाद भी वे आरती में लीन रहे. कुछ ही देर में उनका पूरा शरीर पसीने में भीग गय. दर्द बढ़ता चला गया. शिष्यों ने उनकी हालत देखकर फौरन उन्हें वृंदावन के राम कृष्ण सेवा आश्रम अस्पताल में भर्ती करवाया.
किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं संत प्रेमानंद
संत प्रेमानंद किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं और उनकी डायलेसिस भी होती है. बता दें कि प्रेमानंद महाराज पिछले 17 सालों से किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं. उनका नियमित डायलिसिस किया जाता है. इस वजह से अक्सर उनके स्वास्थ्य बिगड़ने की खबरें आती रहती हैं. इससे पहले जनवरी महीने में प्रेमानंद जी महाराज की सेहत खराब होने की खबरें आई थीं.
दर्शन के लिए भक्त करते हैं इंतजार
बीमारी के बावजूद वह हर दिन रात दो बजे से अपने निज आवास श्रीकृष्ण शरणम् से पैदल ही रमणरेती स्थित राधाकेलि कुंज आश्रम पहुंचते हैं इस दौरान प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए सड़क के दोनों तरफ बड़ी संख्या में भक्त खड़े रहते हैं. प्रेमानंद जी महाराज जिस मार्ग से जाते हैं लोग फूल बिछाते हैं. रंगोलियां बनाते हैं और संत के चरणों की रज या फूल माथे से लगाते हैं. प्रेमानंद महाराज श्रद्धालुओं को दर्शन देने के साथ आध्यात्मिक प्रवचन भी देते हैं.