ABC News : ( ट्विंकल यादव ) कैंसर बेहद खतरनाक बीमारियों में से एक है। कैंसर उन जानलेवा बीमारियों में से एक है, जिसका नाम सुनते व्यक्ति हैरान रह जाता है. इसकी वजह ज्यादातर कैंसर मरीजों की मौत होना है. इसका मुख्य कारण कैंसर के शुरुआत लक्षणों की पहचान नहीं कर पाना है. ज्यादातर व्यक्तियों को कैंसर से जूझने का पता सेकंड या फिर आखिरी स्टेज पर लगता है. ऐसी स्थिति में कैंसर को काबू करना मुश्किल हो जाता है. इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि देश ही नहीं दुनिया भर में कैंसर के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. WHO के मुताबिक दुनिया के करीब 20 प्रतिशत कैंसर के मरीज भारत मे हैं. एक मेडिकल रिपोर्ट की मानें तो पिछले 30 सालों में 50 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों में कैंसर के नए मामलों की संख्या में करीब 79 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. रिपोर्ट का दावा है कि अगले 7 साल यानी 2030 तक यह आंकड़ा 31 प्रतिशत तक और बढ़ सकता है.
ब्लूड कैंसर को माना जाता है सबसे ज्यादा खतरनाक
कैंसर कई प्रकार के होते हैं इनमें ब्लड कैंसर को काफी खतरनाक माना जाता है. ब्लड कैंसर रक्त से जुड़ा हुआ कैंसर है और इसकी शुरूआत बोन मैरो से होती है. बता दें कि, बोन मैरो शरीर की वह स्थान है जहां रक्त का निर्माण होता है और जब इस हिस्से में स्थित सेल्स बीमार हो जाए या ठीक तरीके से सेल्स काम ना करें तो इससे रक्त से जुड़ी गड़बड़ियां, डिसॉर्डर्स और बीमारियां शुरू हो सकती हैं. ब्लड कैंसर के मामले बीते कुछ वर्षों में तेजी से बढ़े हैं और दक्षिण एशियाई क्षेत्र और भारत में ब्लड कैंर की मरीजों की संख्या काफी अधिक रही है.
कैंसर जेनेटिक्स होते हैं अलग
कैंसर जेनेटिक्स अलग है और इसका मतलब है कि किसी भी मरीज टी को जो ब्लड कैंसर हुआ है उसमें कुछ जेनेटिक असामान्यता मौजूद पाई गई है. कई रक्त कैंसर रोगियों में जेनेटिटक असामान्यताएं पाई जाती हैं और कुछ अच्छी हो सकती हैं और कुछ बुरी. हालांकि आजकल कई ऐसी तकनीक आ गई हैं, जिनके माध्यम से जीनोम सीक्वेंसिंग के माध्यम से बीमारी का आसानी से पता लगाया जा सकता है. इनमें एक तकनीक को एनजीएस (नेक्स्ट जनरेशन सीक्वेंसिंग) कहते हैं. इसके माध्यम से जेनेटिक बीमारियों की आसानी से पहचान हो जाती है. पिछले कुछ सालों में इस कैंसर के इलाज में काफी विकास हुआ है. नई तकनीकों से मरीजों का इलाज आसान हुआ है.
ब्लड कैंसर के लक्षण क्या हैं?
ब्लड कैंसर की बीमारी ब्लड फंक्शन को नुकसान पहुंचाती है. ब्लड कैंसर में तीन बीमारियां शामिल होती है. इसमें ल्यूकेमिया, लिंफोमा और मल्टीपल लाइपोमा शामिल किया जाता है. ब्लड कैंसर स्टेम सेल्स में होता है.
ब्लड कैंसर होने पर ये संकेत दिखते हैं
- अत्यधिक थकान और कमजोरी
- सांस लेने में कठिनाई
- सिर चकराना
- त्वचा का पीला पड़ना
- छाती में दर्द
- मसूड़ों से ब्लड आना
- बुखार और रात को बहुत तेज पसीना आना
- बेवजह वजन कम होना
- हड्डी में दर्द
- बहुत ज्यादा प्यास लगना
- भूख में कमी
- त्वचा में खुजली
- हाथ-पैर का सुन्न होना और उनमें दर्द होना