ABC NEWS: कानपुर में स्कूल की कलास में ही एक छात्र ने अपने सहपाठी की हत्या कर दी. सोमवार को छात्र-छात्राओं से भरी कक्षा में साथी को चाकू से गोदकर मार डाला. आरोपी छात्र ने सभी वार गले पर किए, ताकि बचने की कोई गुंजाइश न रहे.
कातिल छात्र ने पुलिस को बताया, “मैंने ऑनलाइन मर्डर करने का तरीका सीखा. उससे पता चला कि अगर किसी की गर्दन पर वार किया जाए तो उसके बचने का कोई चांस नहीं रहता. इतना ही नहीं, आरोपी छात्र ने यह भी बताया कि मैं डरा हुआ था. अगर मैं उसे नहीं मारता तो वो मुझे मार डालता, इसलिए मेरे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था.”
चाकू से वार करते वक्त वह चिल्ला रहा था, मुझे मार के ज्यादा उड़ रहा था न…ले, अब मार के दिखा. घटना बिधनू थाना क्षेत्र की गंगापुर काॅलोनी के प्रयाग विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की है. बताया जा रहा है कि दसवीं के इन छात्रों के बीच एक लड़की से दोस्ती को लेकर झगड़ा चल रहा था.
इसी चाकू से नीलेंद्र की हत्या की गई है। पुलिस ने चाकू बरामद कर लिया.
इन दोनों छात्रों के बीच झगड़ा पुराना था। चार दिन पहले भी दोनों में लड़ाई हुई थी. सोमवार को भी इंटरवल से पहले दोनों में झगड़ा हुआ लेकिन आरोपी छात्र पूरी तैयारी के साथ आया था. उसने बैग से छुपाकर लाए गए सब्जी काटने वाले चाकू से नीलेंद्र तिवारी पर की गर्दन पर ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए. क्लास में मौजूद अन्य छात्र चीखे-चिल्लाए और झपटकर हमलावर छात्र को पकड़कर चाकू छीन लिया.
छात्रों का कहना था कि हमलावर छात्र पर सनक सवार थी. वह मानो नीलेंद्र के टुकड़े-टुकड़े कर देना चाहता था. चीखपुकार सुनकर स्कूल प्रबंधक और शिक्षक मौके पर पहुंचे और घायल छात्र को हैलट पहुंचाया. यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने हमलावर छात्र को हिरासत में लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है.
स्कूल के बाहर जांच करती एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा और एसीपी अभिषेक पांडेय.
मजाक में गाली दी थी…उसने लड़के लगा दिए…इसलिए कर दी हत्या
नीलेंद्र की हत्या करने के आरोपी छात्र ने पुलिस को बताया, मैंने मजाक में उसे गाली दी थी. नीलेंद्र कुछ ज्यादा ही गंभीर हो गया और मेरे पीछे लड़के लगवा दिए…इसी खुन्नस में उसे मार डाला. पूछताछ में उसकी यह बात सुनकर सुनकर पुलिस भी कुछ पल के लिए सकते में आ गई.
गले में चाकू घुसते ही फूटी खून की धार, फिर भी नहीं रुका हत्यारोपी
नीलेंद्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्यारोपी की क्रूरता की दास्तां बयां है. शव पर गर्दन और कंधे के पास चाकू से हुए गहरे घाव मिले हैं. एक करीब चार इंच का घाव स्वांस नली पर मिला है. संभव है कि पहला वार यहीं किया गया, जिससे नीलेंद्र के गले से खून की धार बहने लगी। वह छटपटाते हुए वहीं गिर गया.
इसके बाद भी हत्यारोपी नहीं रुका और नीलेंद्र के गले में कई वार किए. गर्दन पर दो से तीन इंच के तीन और घाव मिले हैं. इसके अलावा दो घाव तीन इंच के दाहिनी ओर गले और कंधे के बीच में हैं. सांस नली कटने और अधिक खून बहने से नीलेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई.
स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही, झगड़े की भनक तक नहीं लगी
स्कूल के प्रधानाचार्य विनय कुमार पांडेय ने दोनों छात्रों के बीच स्कूल में किसी भी तरह के लड़ाई-झगड़े की भनक न लगने का दावा किया है जबकि पहले भी दोनों छात्र बिड़ चुके थे. सवाल यह भी उठता है कि मामला हत्या तक पहुंच गया और प्रबंधन को कुछ पता ही नहीं चला.
जाहिर है कि प्रबंधन ने छात्र-छात्राओं की गतिविधियों की निगरानी में बड़ी लापरवाही बरती है. प्रधानाचार्य के अनुसार क्लास में 42 बच्चे थे, जिसमें आधी लड़कियां हैं. नीलेंद्र और हत्यारोपी दोनों ही पढ़ाई में औसत छात्र रहे हैं. सभी छात्र-छात्राओं के घर स्कूल से आधा किमी. के दायरे में हैं, जिससे बाहर भी दोस्ती के नाते मुलाकात होती रहती थी.