ABC NEWS: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को रात 10:35 बजे प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब जानकारी सामने आ रही है कि दोनों गैंगस्टर भाइयों की हत्या की एक दिन पहले भी कोशिश की गई थी. अतीक की हत्या के आरोपियों लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य ने 14 अप्रैल को तब उसे मारने की कोशिश की थी, जब उन्हें सीजेएम कोर्ट में पेश किया जाना था. लेकिन तब माफिया के आसपास भारी फोर्स थी और तीनों ने उसकी हत्या करने का इरादा बदल दिया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सनी सिंह ने पूछताछ के दौरान यह बात कबूल की है. कहा जा रहा है कि तीनों आरोपियों की पुलिस कस्टडी समाप्त होने के बाद इनका नारको टेस्ट भी कराया जा सकता है ताकि उनके बयानों की सच्चाई पता चल सके. इस बीच जांच से जुड़े कुछ सूत्रों ने बताया कि इन लोगों को जिगाना पिस्तौल गैंगस्टर जितेंद्र मान गोगी से मिली थी, जो दिल्ली के रोहिणी की अदालत में हुए शूटआउट में मारा गया था. सनी सिंह की मई 2021 में गोगी से मुलाकात हुई थी और तभी उससे पिस्तौल ले ली थी.
प्लानिंग दो दिन पहले ही कर ली थी
तीनों आरोपियों ने अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या की प्लानिंग भी दो दिन पहले ही कर ली थी. 12 अप्रैल को जब पुलिस दोनों भाइयों को प्रयागराज लाई, तभी उन पर नजर रखे हुए आरोपी एक्टिव हो गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों भाइयों को मौत के घाट उतारने का प्लान पहले ही तैयार कर लिया गया था. हत्यारों ने 13 अप्रैल को प्रयागराज के एक लॉज में कमरा बुक कर लिया था और वहीं ठहरे थे. इस बीच वे अतीक अहमद और अशरफ के मूवमेंट पर भी नजर बनाए हुए थे. इसी बीच उन्होंने 14 अप्रैल को कत्ल को अंजाम देने की कोशिश की थी, लेकिन भारी सुरक्षा देखकर पीछे हट गए.
मेडिकल चेकअप के पूरे शेड्यूल की रेकी
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले ही यह देख लिया था कि अतीक को किस तरह मेडिकल चेकअप के लिए लाया जाता है. पुलिस कहां गाड़ी खड़ी करती है और फिर वे लोग कितना पैदल चलते हैं. इसी रास्ते में उन्होंने हत्या की प्लानिंग की. गौरतलब है कि अतीक अहमद की हत्या को लेकर अब तक सवाल उठ रहे हैं कि इन हत्यारों के पीछे जरूर कोई ताकत है. हालांकि अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. तीनों का कहना है कि उन्होंने बड़ा माफिया बनने और नाम कमाने के मकसद से इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.