ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर में 72 साल की मां डीसीपी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गई. बेटे के खिलाफ हाथों में पोस्टर लेकर मां न्याय मांग रही है. महिला की शिकायत यह है कि उसके बेटा ने पूरे घर पर कब्जा करके उसे घर से बाहर निकाल दिया है.
थाने में जाओ, तो पुलिस सुविधा शुल्क मांगती है. मुझे न्याय चाहिए. मां को धरने पर बैठी देख डीसीपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मामला हनुमंत विहार थाना क्षेत्र के खाड़ेपुर का है.
यहां की रहने वाली शिववती अपनी दिव्यांग बेटी और दो बेटों के साथ रहती है. शिववती का आरोप है कि उनका बड़ा बेटा पवन तिवारी पिछले 17 सालों से अलग रह रहा था. अचानक एक साल पहले वो किसी काम से अपनी बेटी के साथ अस्पताल गई, तो पवन ने उनके मकान पर ताला लगाकर कब्जा कर लिया.
पुलिस पर सुविधा शुल्क मांगने का आरोप
बुजुर्ग ने बताया कि जब वह अपने घर पहुंची, तो बेटे ने उनके और दिव्यांग बेटी और छोटे बेटे के साथ मारपीट की. इसके बाद घर से निकाल दिया. मैंने इसकी शिकायत हनुमंत विहार थाने में की. मगर, पुलिसकर्मी सुविधा शुल्क मांगने लगे. सुनवाई नहीं होने पर पीड़िता अपने दिव्यांग बेटी और छोटे बेटे के साथ बुधवार को डीसीपी दक्षिण कार्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गई.
जांच के बाद की जाएगी उचित कार्रवाई- DCP
मामले में संज्ञान में लेते हुए डीसीपी दक्षिण सलमान ताज पाटिल ने बताया, “पीड़ित बुजुर्ग महिला के एक बेटी और दो बेटे हैं. बड़े बेटे ने बुजुर्ग मां और भाई-बहन को घर से निकाल दिया है. इसकी जांच एसीपी नौबस्ता को दी गई है. वहीं, मकान से संबंधित मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है. साथ ही बुजुर्ग के आरोप की जांच कराने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.”