ABC NEWS: उत्तर प्रदेश में मंगलवार को 10वीं और 12वीं का यूपी बोर्ड का रिजल्ट आ गया. प्रदेश में जिन बच्चों ने टॉप किया उनके बारे में हर जगह चर्चा हो रही है, लेकिन हम यहां टॉपर छात्रों की बात नहीं कर रहे, बल्कि उनकी कर रहे हैं जिसने जेल में रहते हुए 10वीं और 12वीं की परीक्षा दी और उन परीक्षा में पास भी हुए. मेरठ की चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में 4 कैदी ऐसे थे जिन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का एग्जाम दिया था. बाकी छात्रों के साथ-साथ इन कैदियों के जेहन में भी अपने रिजल्ट को लेकर चिंता बनी हुई थी.
जेल के अंदर जहां सुविधाएं इतनी ज्यादा नहीं थी उसके बाद भी इन कैदियों ने खुद पढ़ाई की और उसमें सफल भी हुए. 4 कैदियों में से 3 कैदी ऐसे रहे जिन्होंने 10 वीं की परीक्षाएं दी थी और 1 कैदी ऐसा था जिसने इंटरमीडिएट की परीक्षाएं दी थी
दो हुए फर्स्ट डिवीजन से पास
10वीं की परीक्षाओं में 3 में से दो कैदी ऐसे रहे जिन्होंने जेल में रहते हुए फर्स्ट डिवीजन से परीक्षा पास की है. एक का नाम रोशन है जिसके 60.05%अंक आए हैं तो दूसरा कैदी सुजीत के 60% अंक आए हैं और तीसरा कैदी अमनदीप के 56.5% अंक आए हैं. वहीं, दूसरी तरह एक कैदी ने इंटरमीडिएट की भी परीक्षा दी थी जो की 45.8 % से पास हुआ है.
जेल अधीक्षक ने खिलाए पास होने की खुशी में लड्डू
चारों ही कैदियों के पास होने की खुशी में जेल अधीक्षक राकेश कुमार ने इनको लड्डू खिलाकर बधाई दी. जेल अधीक्षक ने कहा कि बाकी के बंदियों को भी पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित किया जाए इसी को लेकर लड्डू बांटे गए हैं. उन्होंने कहा कि जेल में बंदियों की पढ़ाई के लिए जेल प्रशासन खास ध्यान रखेगा ताकि जो भी बंदी पढ़ाई कर अपना जीवन सुधारना चाहते हैं उसका साथ दिया जाए और यदि वह कभी जेल से बाहर निकलते हैं तो अपने और अपने परिवार के लिए ईमानदारी का काम कर सकें.
जेल अधीक्षक ने बताया कि इन बंदियों की पढ़ाई के लिए जेल में पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करा रखी है और आने वाले साल के लिए भी बंदियों को तैयार किया जा रहा है ताकि वह भी पढ़ाई लिखाई कर अपने जीवन में एक ईमानदार और सफल इंसान बन सकें. जेल अधीक्षक ने कहा कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए रजिस्ट्रेशन यहीं से किए जाते हैं, लेकिन इनकी परीक्षाएं इस बार गाजियाबाद के जिला कारागार में हुई थीं.