ABC News: फर्रुखाबाद में कमालगंज क्षेत्र के गांव लखनियापुर में दस साल के मासूम के खेल में बड़ी बहन की जान चली गई. घर पर रखा तमंचा लेकर खेल रहे मासूम ने बस इतना कहा- हैंड्स अप दीदी… और अचानक गोली चल गई. गोली लगते ही 15 वर्षीय चचेरी बहन की मौके पर ही मौत हो गई. घरवाले पहले घटना को छिपाते रहे लेकिन जानकारी के बाद पुलिस गांव पहुंची और शव कब्जे में लिया. घटना के बाद से पिता फरार है और पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
कमालगंज क्षेत्र के गांव लखनियापुर निवासी अशोक कठेरिया की 15 वर्षीय पुत्री रचना रोजाना रात में पड़ोस में रहने वाले चाचा बबलू के घर पर पुत्रवधू के पास सोने जाती थी. सोमवार रात भी वह चाचा बबलू कठेरिया के घर पर थी. घर की दूसरी मंजिल पर बने कमरे में तमंचा रखा था, जिसे उठाकर बबलू का 10 वर्षीय बेटा खेलने लगा. वह पास में ही मौजूद चचेरी बहन रचना के पास गया और हाथों से तमंचा उठाकर बोला- हैंड्स अप दीदी. उसका इतना कहना हुआ और तमंचे से गोली चल गई, जो सीधे रचना के सीने में जा लगी. गोली लगते ही रचना की मौके पर मौत हो गई. मासूम के हाथों गोली चलने से रचना की मौत होते ही घर में अफरा तफरी मच गई. परिजन रोने-बिलखने लगे लेकिन घटना को दबाने का प्रयास करते रहे. मंगलवार सुबह सूचना मिलने पर पुलिस गांव पहुंच गई और शव को कब्जे में ले लिया. पुलिस के आने से पहले पिता बबलू तमंचा लेकर फरार हो गया. पुलिस को घटनास्थल से खोखा मिला है. रचना के परिजन ने कार्रवाई से इनकार किया है. मृतका के भाई सूरज ने कहा कि वह कोई कार्रवाई नहीं चाहता है. उन्होंने बताया कि चाचा बबलू के पुत्र पवन की शादी हो चुकी है, जिसकी पत्नी राधिका अपने पास सोने के लिए प्रतिदिन रचना को बुला लेती थीं. पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.