ABC NEWS: फतेहपुर जिले में हाल ही मगरमच्छ दिखाई देने से दहशत फैल गई. दरअसल बारिश के कारण यमुना नदी खतरे के निशान से 1.66 मीटर ऊपर बह रही है. इस कारण तटवर्ती गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इसी पानी में जब लोगों को मगरमच्छ नजर आया तो पूरे इलाके में लोगों के बीच डर बैठ गया.
नदी में मगरमच्छ दिखने से लोग परेशान हैं. दरअसल यमुना की जल स्तर खतरे के निशान के पार पहुंच चुका है. यही कारण है कि पानी के जानवर भी बहाव के साथ रिहायशी इलाकों में पहुंच गए हैं. इलाके में जब लोगों को पानी के बीच मगरमच्छ दिखाई दिया तो हर कोई परेशान हो गया. पिछले 24 घंटे में यमुना का जलस्तर 3.43 मीटर बढ़ा है, जिससे यमुना नदी का जलस्तर 100.68 मीटर पर पहुंच गया है. जबकि खतरे का निशान 100 मीटर पर है. सदर तहसील के ललौली.मुत्तौर मार्ग पर पांच फीट ऊपर पानी बह रहा है. खागा तहसील के खखरेरू कस्बा से कोट मार्ग पर छह फीट पानी भर गया है.
ऐसे में लोग नाव का सहारा ले रहे हैं. इस रूट पर चलने वाली बसों का संचालन रूक गया है. कोर्राकनक के मैनाही मार्ग पर छह फीट ऊपर पानी बह रहा है. तटवर्ती गांव पलटूपुर, अढ़ावल किनारे तक पानी पहुंच गया है. प्रशासनिक आंकड़े के मुताबिक यमुना का जलस्तर बढ़ने से कई क्षेत्रों में कटान जारी है.बाढ़ प्रभावित इलाकों में अलर्ट के साथ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. बाढ़ के कारण बांदा.सागर मुख्य मार्ग पूरी तरह से जलमग्न है. मुख्य मार्ग प्रभावित होने से आवागमन पूरी तरह से बाधित हुआ है. जलस्तर बढ़ने से जिले के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है. राहत और बचाव के लिए जिले के तीनों तहसीलों में 28 राहत कैंप में 5 राहत कैंपों को सक्रिय किया गया है.
बाढ़ से जिले में अब तक 30 परिवार के 150 लोग हुए प्रभावित हैं. सभी को नाव से रेस्क्यू कर बाढ़ राहत कैंपों में पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर हालात का जायजा ले रहे हैं.