ABC NEWS: दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून अपने निर्धारित समय से एक सप्ताह विलम्ब से गुरुवार को केरल पहुंच गया. इसके साथ ही अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के अलावा अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में भी मॉनसून की सक्रियता बढ़ने लगी है. अब भीषण गर्मी से बेहाल उत्तर प्रदेश के जनजीवन को भी मॉनसूनी फुहारों का बेसब्री से इंतजार है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक पूर्वानुमान मोहम्मद दानिश के अनुसार सामान्यत: उत्तर प्रदेश में 18 से 20 जून के बाद गोरखपुर के रास्ते मॉनसून उत्तर प्रदेश में दाखिल होता है मगर अभी प्रदेश में मॉनसून के आगमन के बारे में निश्चत तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता. उन्होंने कहा कि अगले तीन-चार दिन में जैसे-जैसे मॉनसून आगे बढ़ेगा उसी के मुताबिक यह स्पष्ट हो जाएगा कि मॉनसून उत्तर प्रदेश में कब आएगा.
फिलहाल, अगले सप्ताह से प्रदेश में मॉनसून आने से पहले का माहौल बनने लगेगा. आगामी 10 जून से प्रदेश के विभिन्न अंचलों में तेज आंधी और बारिश का सिलसिला शुरू होगा और यह 14 जून तक जारी रहेगा. फिलहाल, प्रदेश में ग्रीष्मलहर का प्रकोप जारी है। गुरुवार को कुशीनगर और प्रयागराज प्रदेश के सबसे गरम स्थान रहे. इन दोनों जगहों पर गुरुवार को दिन का तापमान क्रमश: कुशीनगर व प्रयागराज में 44 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.