ABC NEWS: झारखंड के पलामू जिले में 2 पक्ष आमने-सामने आ गए। विवाद, महाशिवरात्रि में तोरण द्वार बनाने को लेकर शुरू हुआ था. विवाद की शुरुआत मंगलवार को हुई थी लेकिन बुधवार को इसने हिंसक रूख अख्तियार कर लिया. आरोप है कि महाशिवरात्रि को लेकर बनाए गए तोरण द्वार को कथित तौर पर समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने उखाड़कर कबाड़ में फेंक दिया. यही विवाद की मुख्य वजह बना.
तैयारियों के दौरान विवाद
मामला पलामू जिले के पांकी प्रखंड का है. 18 फरवरी को महाशिवरात्रि है। इसे लेकर तोरण द्वार बनाया जा रहा था. इसी तोरण द्वार को लेकर दो पक्षों में तनाव हो गया. बुधवार को विवाद हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। दो पक्ष आमने-सामने आए. मारपीट हुई और फिर जमकर पत्थरबाजी भी हुई. घटना में दर्जन भर लोगों के घायल होने की खबर है. पुलिस ने लोगों को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत किया लेकिन हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं.
पांकी कस्बे में तैनात हैं 100 से ज्यादा जवान
मिली जानकारी के मुताबिक पांकी में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से शहर में 100 से भी ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है. यहां, तरहसी, पिपराटांड़, लेस्लीगंज सहित कई थानों की पुलिस पहुंची है. जिले के एसपी सहित कई वरीय पुलिस अधिकारी कैंप कर रहे हैं. बताया जाता है कि घटना में कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोट आई है. मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल घटनास्थल पर जिले के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा और डीसी ए दोड्डे पहुंच गए हैं. थानों की पुलिस इलाके में तैनात है. पांकी में फिलहाल निषेधाज्ञा लागू की गई है.
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर आरोप लगाया है कि तोरण द्वार को दूसरे पक्ष ने उखाड़कर कबाड़ में फेंक दिया. विरोध करने पर मस्जिद की छत से पत्थरबाजी की गई.