ABC News: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुए सड़क हादसे के घायलों का हाल जानने पहुंचीं लखनऊ मंडल कमिश्नर डॉक्टर रोशन जैकब की आंखें छलक पड़ीं. वे पीड़ितों को ढांढस भी बंधा रही थीं और रोती भी जा रही थीं. बुधवार सुबह 9 बजे यात्री बस की ट्रक से टक्कर हो गई थी. इसमें 8 लोगों की मौत हो गई जबकि 35 जख्मी हैं. गंभीर रूप से घायल हुए यात्रियों का लखीमपुर जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.
Commissioner, Lucknow, Roshan Jacob met a young child undergoing treatment at a hospital in Lucknow. She became emotional as she learned about the poor financial condition of the child’s mother. Jacob told the doctors to provide proper treatment to the child and help his mother pic.twitter.com/41xHqfW2UT
— Sudhir Kumar (@SudhirkumarhTOI) September 28, 2022
कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब सुबह 10 बजे अस्पताल पहुंचीं. उन्होंने अस्पताल में आ रहे घायलों से खुद बात की. 1-1 घायल के बेड पर जाकर उसका हाल जाना. साथ ही डॉक्टरों को भी जल्दी इलाज देने के निर्देश दिए. मरीजों से मिलने के दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती एक मां को रोते हुए देखा. इसके बाद उनके कदम रुक गए. उन्होंने डॉक्टरों से उसके बारे में जानकारी ली. डॉक्टरों ने कमिश्नर को बताया कि महिला के बच्चे की हालत बहुत गंभीर है. बारिश के दौरान इस महिला के घर की दीवार गिर गई थी. दीवार गिरने से इसके एक बच्चे की मौत हो गई थी. वहीं एक बच्चा दीवार के नीचे दब गया था, जिसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई. बच्चे का अस्पताल में इलाज चल रहा है. डॉक्टर की बात सुनने के बाद डॉ. रोशन जैकब बच्चे की मां के पास पहुंचीं. उन्हें बेहतर इलाज का भरोसा दिलाया. उन्होंने मां से बच्चे का हालचाल पूछा तो महिला रोने लगी. वहीं बच्चा भी दर्द के कारण चिल्ला रहा था.
#WATCH |Lakhimpur Kheri bus-truck collision: Lucknow Divisional Commissioner Dr Roshan Jacob breaks down as she interacts with a mother at a hospital&sees condition of her injured child
At least 7 people died&25 hospitalised in the accident; 14 of the injured referred to Lucknow pic.twitter.com/EGBDXrZy2C
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 28, 2022
बच्चे और मां के दर्द को देखकर डॉ. रोशन जैकब की आंखों में भी आंसू आ गए. उन्होंने तुरंत डॉक्टरों को बच्चे का उचित इलाज करने के निर्देश दिए. कहा-आप लोग रेड क्रॉस के फंड से इस बच्चे का इलाज करवाओ. जरूरत पड़े तो इसको रेफर करो. हर हाल में बच्चे को बेहतर इलाज दो. इसके बाद डॉ. रोशन जैकब सड़क हादसे में घायल एक बच्चे के पास पहुंचीं.उन्होंने डॉक्टर से बच्चे का नाम पूछा. उसके बाद बच्चे के घाव देखे। डॉ. रोशन जैकब अस्पताल में करीब 4 घंटे तक रहीं. घायल लल्लू गुप्ता ने कमिश्नर को बताया, ‘हम तीन लोग धौरहरा से सिधौली जा रहे थे. मेरी बेटी खुशबू और पत्नी बबली भी घायल हैं. गलती ट्रक वाले की थी. वह बहुत तेज चला रहा था. वह आकर सीधे बस से टकराया. बस का एक साइड खींचता हुआ अपने साथ लेकर चला गया. मेरे सीने में दर्द है. मेरी पत्नी के पैर में चोट आई है.