ABC News: नेशनल हाइवे 534 पर कोटद्वार से 5 किलोमीटर दूर उस समय अफ़रातफ़री मच गई जब एक हाथी बीच सड़क पर आ धमका. हाथी को देख सब लोग गाड़ियों से बाहर निकले तो गुस्साए हाथी लोगों के पीछे दौड़ने लगा. हाथी से बचने के लिए लोग पहाड़ी पर चढ़ गए, लेकिन हाथी ने उनका पीछा नही छोड़ा और पीछे पहाड़ी पर चढ़ने लगा. वहीं हाथी के गुस्से से लोगों ने बमुश्किल अपनी जान बचाई. वहीं इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का काफिला भी वहीं पर मौजूद था. हाथी से बचने के लिए सभी इधर उधर भागते नजर आए.
#Uttarakhand: Elephant came in front of former Chief Minister #TrivendraSinghRawat‘s convoy on the way to Kotdwar and Pauri, Rawat hiding among the hills to save his life. pic.twitter.com/vrsMc4eUpB
— Yazhini (@Yazhini_11) September 15, 2022
हाथी के नजदीक आने पर पूर्व सीएम समेत सभी लोगों को अपना वाहन छोड़कर पहाड़ पर चढ़ना पड़ गया. उन्होंने चट्टान पर चढ़कर जान बचाई. करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद वन कर्मियों ने हवाई फायर कर किसी प्रकार हाथी को रास्ते से खदेड़ा. बता दें कि हाथी पूर्व सीएम के पीछे-पीछे नाले में पहुंच गया था. वह कुछ देर वहीं रुका रहा और चिंघाड़ता रहा. हाथी ने सूंड में पानी भरकर भी एक-दो बार उछाला. जैसे ही हाथी कुछ देर के लिए शांत हुआ, पूर्व CM समेत सभी लोग वहां कूदकर नीचे भागे और वाहनों में बैठकर सुरक्षित निकल गए. लोगों ने बताया कि शाम करीब साढ़े पांच बजे पूर्व सीएम काफिला कोटद्वार के पास पहुंचा तब यह घटना घटी. काफिले की पायलट गाड़ी रुकी हुई थी, क्योंकि सामने सड़क पर एक विशालकाय हाथी खड़ा था. पायलट वाहनों ने हाथी के बगल से निकलने की कोशिश की, पर हाथी के तेवर देख वहीं थमी रहीं. कुछ ही देर में उनके पीछे पूर्व CM रावत की गाड़ी समेत अन्य गाड़ियां भी खड़ी हो गईं. हाथी तेजी से काफिले की ओर बढ़ने लगा. इस पर सभी गाड़ियां तेजी से रिवर्स जाने लगीं. इस पर हाथी ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया.