ABC NEWS: हनुमान चालीसा में एक चौपाई है. ‘संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बल बीरा.’ कर्नाटक चुनाव में यह पंक्ति भाजपा के लिए सार्थक नजर आ रही है. कांग्रेस के घोषणापत्र में बजरंग दल के जिक्र के बाद भाजपा ने ‘बजरंगबली’ के नाम पर वोट बैंक को साधना शुरू किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी जनसभाओं में बजरंगबली का जिक्र करना नहीं भूलते. शनिवार को बेंगलुरु में भाजपा के रोडशो में बहुत सारे लोग हनुमान जी की वेशभूषा में पहुंचे थे. वहीं इस रैली में हनुमान जी के पोस्टर भी लगाए गए थे.
बता दें कि कर्नाटक में 10 मई को वोट डाले जाएंगे. ऐसे में चुनाव प्रचार का अंतिम चरण चल रहा है. पार्टियां प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती. आखिरी चरण में यह चुनाव प्रचार ‘बजरंगबली’ के आसपास केंद्रित हो गया है. कांग्रेस ने हिंदूवादी संगठन बजरंगदल को बैन करने की बात कही थी लेकिन भाजपा लोगों का ध्यान बजरंगबली पर शिफ्ट करने में कामयाब हो गई. कहा जा सकता है कि भाजपा के कुछ लोग जो असंतोष की वजह से शिफ्ट होना चाहते थे वे फिर से जुड़ गए। इस तरह से बजरंगबली ने मानो भाजापा को संजीवनी बूटी ही लाकर दे दी हो.
यह भी कहा जाता है कि कर्नाटक के अंजनाद्री पहाड़ियों में ही हनुमान जी का जन्म हुआ था. हालांकि इसको लेकर कई राज्यों के बीच में विवाद है. फिर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी रैलियों में ‘बजरंगबली की जय’ बोलना नहीं छोड़ते हैं. भाजपा के एक नेता ने यहां तक कहा कि कांग्रेस ने जिस दिन बजरंगदल को बैन करने का वादा किया उस दिन मंगलवार था और यह हनुमान जी का दिन था. मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा कि हनुमान जी का जन्म किष्किंधा नगरी में हुआ था जो कि कर्नाटक में है. इसका जिक्र रामायण में किया गया है.
CM योगी ढाये कहर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रैली में कहा कि बजरंगबली का जन्मस्थान कर्नाटक में है. उन्होंने कहा कि श्रीराम का जन्म अयोध्या में हुआ था और बजरंगबली का कर्नाटक में. उन्होंने कहा कि बजरंगदल लोगों के सेवा के लिए बनाया गया था और इसमें हनुमान जी के भक्त होते हैं. बता दें कि भाजपा इस मुद्दे को एक अवसर केरूप में देख रही है. कर्नाटक की भाजपा सरकार पहले से ही अंजनधारी पहाड़ियों को विकसित करके पर्यटन स्थल बनाने में जुटी हुई है. पिछले साल के बजट में इसके लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे.
बुरी तरह घिरी कांग्रेस
बजरंगबली का नाम आने के बाद कांग्रेस भी घिरी नजर आई. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोइली ने यहां तक कहा कि कांग्रेस की सरकार अगर राज्य में बनती भी है तो भी बजरंग दल को बैन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई प्रस्ताव कांग्रेस के पास नहीं है. वहीं कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो राज्य भर में हनुमान जी के मंदिर बनाए जाएंगे.