ABC NEWS: आज दिनांक 11 जुलाई 2023 को सावन मास का दूसरा मंगला गौरी व्रत है. इस व्रत को मां गौरी को समर्पित किया गया है. जो श्रावण मास के दौरान प्रत्येक मंगलवार को रखा जाता है. इस दिन महिलाएं देवी गौरी के निमित्त व्रत रखती हैं, उनकी पूजा आराधना करती हैं और उनसे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं. दूसरा मंगला गौरी व्रत पर श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है. भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से जानेंगे पूजा का शुभ मुहूर्त, व्रत का महत्व और पूजन सामग्री के बारे में.
मंगला गौरी व्रत की पूजा सामग्री
जो भी व्यक्ति मंगला गौरी का व्रत रखता है उसे सबसे पहले पूजा के लिए सामग्री तैयार कर लेना चाहिए. इस पूजा में फल, दीया, देसी घी, सोलह श्रृंगार का सामान, मिठाई, कपास, पान, सुपारी, इलायची, लौंग, फूल और पंचमेवा शुद्ध मन और समर्पित भक्ति के साथ मां गौरी की पूजा-अर्चना करना चाहिए.
मंगला गौरी व्रत पर बन रहे शुभ योग
आज दिन मंगवार 11 जुलाई 2023 को सुकर्मा और धृति योग का निर्माण हो रहा है. इसके अलावा आज के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहे हैं, जो बेहद शुभ माने जाते हैं.
मंगला गौरी व्रत पूजा विधि
- मंगला गौरी व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं.
- हाथ में जल लेकर मन ही मन व्रत का संकल्प करें.
- इसके बाद एक चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर भगवान शिव और माता पार्वती की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें.
- अब देवी पार्वती को सुहाग का सामान और लाल रंग के वस्त्र अर्पित करें.
- माता गौरी के समक्ष घी का दीपक जलाएं, पूजा की सारी सामग्री लेकर मां गौरी को अर्पित करें.
- इसके बाद मंगला गौरी व्रत की कथा सुनें फिर आरती करें.
- पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की मनोकामना करें.