ABC NEWS: अचानक बढ़ी सर्दी और ताममान में उतार-चढ़ाव कमजोर दिल वालों के लिए मुसीबत बन गया है. कानपुर में सोमवार रात से मंगलवार दोपहर तक हार्ट अटैक से तीन मरीजों की मौत हो गई. वहीं चार युवा समेत 17 इमरजेंसी में भर्ती कराए गए है. दूसरी तरफ ठंड के कारण ब्रेन स्ट्रोक के मरीज की संख्या में भी इजाफा हुआ है.
कानपुर के कॉर्डियोलॉजी में जालौन से इलाज कराने आए महावीर शरण गुप्ता की ईसीजी करते-करते मौत हो गई. बीते साल उन्हें पेसमेकर लगा था. बेटे शिव दयाल ने बताया कि सुबह पिता को सीने में दर्द के साथ पसीना आ रहा था. परिवार को तीन घंटे अस्पताल लाने में लग गया. जब तक कॉर्डियोलॉजी में इलाज शुरू होता तब तक उन्होंने ईसीजी टेबल पर ही दम तोड़ दिया.
घाटमपुर से इलाज करवाने आए सरोजनी देवी और हरिओम ने भी प्राथमिक उपचार के बाद कार्डियोलॉजी में दम तोड़ दिया. वरिष्ठ डॉक्टर डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि मंगलवार को जितने भी मरीज आए हैं, उनमें 70 फीसदी में चेस्ट पेन डायग्नोस हो रहा है. सर्दी का अचानक एक्सपोजर हार्ट अटैक का कारण बन रहा है. इसी तरह डॉ. प्राची और डॉ. प्रदीप शुक्ला की ओपीडी से 17 हार्ट रोगियों को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है.
वहीं, ब्रेन स्ट्रोक को लेकर हैलट के न्यूरोलॉजी हेड डॉ. आलोक वर्मा ने बताया कि रात की ठंड और दिन में सामान्य तापमान ही ब्रेन स्ट्रोक का कारण बन रहा है. दो दिन से ब्रेन स्ट्रोक का ग्राफ बढ़ने लगा है. स्ट्रोक यूनिट में छह मरीज भर्ती है इसलिए मरीजों की संख्या को देखते हुए तीन बेड बढ़ाने की तैयारी की जा रही है.