ABC NEWS: हाईकोर्ट के आदेश पर मूल आवंटी को कब्जा दिलाने कानपुर के जरौली पहुंचे केडीए के दस्ते पर कब्जेदारों ने हमला कर दिया. धक्का-मुक्की और मारपीट की। पुलिस ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया तो कब्जेदार महिला ने घर में घुसकर खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया. कार्रवाई पर आत्मदाह की धमकी देने लगी। इससे अधिकारी व पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए. काफी देर समझाने के बाद वह नीचे उतरी. मामले में केडीए के अवर अभियंता ने महिला समेत पांच नामजद और 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
जरौली फेस-टू का मकान नंबर 43 मिनी एलआइजी शिवदेवी के नाम पर आवंटित है, लेकिन उस पर मीनाक्षी शर्मा के परिवार कब्जा का कब्जा है। शिवदेवी को कब्जा न मिलने पर वह हाईकोर्ट चली गईं. हाईकोर्ट के आदेश पर केडीए के विशेष कार्याधिकारी सत शुक्ला और अधिशासी अभियंता आरके पांडेय की अगुवाई में दस्ता कब्जा खाली कराने जरौली फेस टू पहुंचा. दस्ते को देखते ही कब्जेदार परिवार और साथियों ने विरोध शुरू कर दिया.
गुजैनी थाने का फोर्स होने के बाद भी दस्ते को चारों तरफ से घेर लिया गया. इसके बाद, कब्जेदार महिला मीनाक्षी शर्मा घर की पहली मंजिल पर बालकनी में पहुंची और अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेल लिया. कार्रवाई पर खुद को आग लगाने की धमकी देने लगी. उसने बताया कि मकान को उसके दादा ने वर्ष 2002 में खरीदा था. इसकी नोटरी भी है लेकिन आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण रजिस्ट्री नहीं करा पाए. कुछ वर्षों बाद जिसने मकान बेचा था, उनका निधन हो गया.
अब केडीए के अधिकारी कह रहे हैं कि मकान मकान प्राधिकरण का है। कोई रजिस्ट्री नहीं हुई है. काफी देर तक महिला को अधिकारी और पुलिस व आसपास के लोगों ने समझाया. तब महिला नीचे उतरकर आई। गुजैनी थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि केडीए के अवर अभियंता रामदास ने मीनाक्षी शर्मा, कमल शर्मा, आशीष बाजपेई, विनय पांडेय, मुन्ना और 15 अज्ञात के खिलाफ बलवा, मारपीट, लोकसेवक के कार्य में बाधा डालना, धमकी की धारा में मुकदमा दर्ज कराया है.