ABC NEWS: अलीगढ़ से ऐसी तस्वीर सामने आई जिसे देखकर लोग हैरान रह गए. यहां एक शख्स अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ गले में बैनर टांगकर बस स्टैंड चौराहे पर बैठा नजर आया. बैनर पर लिखा है- ‘मेरा बेटा बिकाऊ है, मुझे मेरा बेटा बेचना है.’ बताया जा रहा है कि शख्स कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है. वसूली करने वालों से परेशान होकर उसने ये कदम उठाया है.
मामला अलीगढ़ के थाना महुआखेड़ा इलाके का है. जहां निहार मीरा स्कूल के पास के रहने वाले राजकुमार का आरोप है कि उसने प्रॉपर्टी खरीदने के लिए कुछ लोगों से उधार लिया था. लेकिन पैसा देने वाले दबंगों ने हेराफेरी करके उसे कर्जदार बना दिया. इतना ही नहीं उन लोगों ने पैसे निकलवाने के लिए उसकी प्रॉपर्टी के कागजों को बैंक में रखवा कर लोन इश्यू करा लिया. अब पीड़ित के पास प्रॉपर्टी भी नहीं है और वो कर्जदार भी हो गया है.
‘ना तो प्रॉपर्टी मिली और ना ही रुपया हाथ आया’
राजकुमार का कहना है कि उसे ना तो प्रॉपर्टी मिली और ना ही उसके हाथ में रुपया आया. फिर भी दबंग कर्जदार लगातार उसपर पैसे वसूलने का दबाव बने रहे हैं. राजकुमार का आरोप है कि दबंग ने कुछ दिन पहले उसका ई रिक्शा भी छीन लिया, जिसे चलाकर वह अपने परिवार का भरण पोषण करता था.
राजकुमार के मुताबिक, अब वह इतना परेशान हो चुका है कि उसे अपने बेटे को बेचने के लिए बस स्टैंड चौराहे पर बैठना पड़ा है. राजकुमार चौराहे पर अपनी पत्नी, बेटे और एक छोटी बेटी के साथ आकर बैठा तो मामला इलाके में चर्चा का विषय बन गया. राजकुमार कहते हैं- अगर मेरा बेटा 6 से 8 लाख रुपये में कोई खरीद लेगा तो कम से कम मैं अपनी बेटी को पढ़ा लिखा सकूंगा. उसकी शादी कर सकूंगा और अपने परिवार को पाल सकूंगा.
पुलिस ने कराया समझौता
वहीं, राजकुमार का दावा है कि वह स्थानीय पुलिस के पास गया था लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली. ऐसे में उसको मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ा. हालांकि, करीब घंटे भर बाद मौके पर थाना गांधी पार्क पुलिस पहुंची और राजकुमार को उसके परिवार समेत अपने साथ ले गई.
जानकारी देते हुए डीएसपी विशाल चौधरी ने बताया महुआखेड़ा थाना इलाके के एक परिवार द्वारा आने बेटे को बेचे जाने का मामला संज्ञान में आया था. पता चला है कि दो लोगों के बीच पैसे के लेनदेन का विवाद है. दोनों ही पक्ष के लोगों को थाने पर बुलाया गया है. जहां दोनों के बीच समझौता करा दिया गया.