ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) सपा विधायक इरफान सोलंकी को कड़ी सुरक्षा घेरे में महाराजगंज जेल से लाकर कोर्ट में पेश किया गया. विधायक के खिलाफ आगजनी के मामले में 18वें चश्मदीद गवाह की जिरह पूरी हो गई. इस दौरान विधायक छह घंटे तक कठघरे में खड़े रहे. सुनवाई सोमवार तक जारी रहेगी. विधायक को सुरक्षा घेरे में सुबह 11 बजे कोर्ट में पेश किया गया.
अभियोजन पक्ष ने दूसरी चार्टशीट के गवाह विष्णु सैनी को पेश किया. इरफान के वकील सईद नकवी व करीम सिद्दीकी ने गवाह से जिरह की. जिला जेल से लाए गए अन्य आरोपित शरीफ, इसराइल आटे वाला समेत सभी के अधिवक्ताओं ने जिरह की. गवाह से जिरह पूरी हो गई. एडीजीसी भास्कर मिश्र के मुताबिक, अगली सुनवाई की तारीख सोमवार तय की गई है. जिरह शाम 5 बजे तक चली.
MP-MLA कोर्ट में जाते हुए इरफान के भाई रिजवान सोलंकी.
गवाह को पास से सुनने की अनुमति मांगी
इरफान ने जज से गवाह के पास आकर जिरह सुनने की अनुमति मांगी. इस पर जज ने स्पष्ट किया कि उनकी जगह वहीं है जहां खड़े हैं. न्यायाधीश ने गवाह से तेज बोलने को कहा.
गवाह के नाम पर सवाल उठाया
इरफान के अधिवक्ता शिवाकांत ने गवाह के पिता के नाम पर सवाल उठाया. इस पर गवाह ने सफाई दी कि उसके पिता का नाम मन्नीलाल है.
पुलिस से भिड़े इरफान
सुनवाई के बाद बाहर निकलने पर उन्होंने मीडिया से बात करने का प्रयास किया. मगर, कोतवाली सीओ ने उन्हें बात करने से रोक दिया. इस पर इरफान सोलंकी भड़क गए. उन्होंने सीओ से ऑर्डर दिखाने को कहा लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया. पुलिस उन्हें गाड़ी में बैठाकर महाराजगंज जेल के लिए रवाना हो गई.
उनके वकील ने कहा कि पुलिस की चार्जशीट में 17 गवाह थे। लेकिन उनमें से एक भी गवाह घटना के वक्त मौके पर मौजूद नहीं था। चार्जशीट के बाद अब पुलिस ने दो नए गवाह पैदा कर दिए हैं। साजिश के तहत इरफान सोलंकी को फंसाया जा रहा है।