ABC NEWS: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमानों सुखोई और मिराज शनिवार को टच डाउन किया. वायुसेना के ये फाइटर प्लेन जयसिंहपुर के अरवल कीरी करवत में 3.2 किमी लंबे एयर स्ट्रिप को छूकर फिर से उड़ गए. यह एयर शो 4 घंटे तक चलेगा. अगर आज मौसम खराब होता हो कल यह एयर शो होता. जानकारी के मुताबिक नियमित प्रशिक्षण के हिस्से के रूप में और नागरिक व सैन्य फंक्शनरी के बीच बढ़ते सामंजस्य की दिशा में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर एयरक्राफ्ट ऑपरेशन किया जा रहा है.
रक्षा पीआरओ ने एयर शो से पहले भी वायु सेना के अफसर, सिविल और सैन्य पदाधिकारियों ने सुल्तानपुर हवाई पट्टी का निरीक्षण किया. इससे पहले 9 जून को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर बनी एयर स्ट्रिप पर एयरफोर्स के अधिकारी पहुंचे थे. डीएम जसजीत कौर, एसपी सोमेन वर्मा व जिले के अन्य अधिकारियों के साथ एयरफोर्स के अधिकारियों ने एयर स्ट्रिप का निरीक्षण किया था. इसके ठीक दो दिन बाद एयर स्ट्रिप का 5 किलोमीटर का एरिया ब्लॉक कर दिया गया था.
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर एयर शो
मिराज, मिग-23 जैसे लड़ाकू विमान टच डाउन कर रहे हैं#PurvanchalExpressway#IndianairForce #UPYogiSarkar pic.twitter.com/QIBNKaxxCI
— Vijay Singh ( काशी ) ?? (@ivijaysinghbjp) June 24, 2023
जानकारी के मुताबिक एयर-शो के चलते पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर सुल्तानपुर में 12 किमी रूट को डायवर्ट किया गया. जगह-जगह डिवाइडर लगाए गए. इसके अलावा सुलतानपुर के डीएम जसजीत कौर ने बताया कि एयरफोर्स ने सारंगपुर स्थित राजकीय ITI में अपना अस्थायी बेस बनाया है. 124 से 129 किलो. तक के इलाके में यूपीडा ने बैरीकेडिंग कर मरम्मत कार्य किया था. यूपीडा के मुताबिक यह मार्ग अब 25 जून की रात खुलेगा. ऐसे में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लिंक रोड से वाहन निकाले जा रहे हैं. यहां 17 जून को भी सेना के अधिकारी निरीक्षण को पहुंचे थे.
2021 को भी जंगी जहाजों ने दिखाए थे करतब यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भी पीएम नरेंद्र मोदी ने 16 नवंबर 2021 को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण एयर स्ट्रिप पर किया था. इस मौके पर एयर स्ट्रिप पर एयरफोर्स के सुखोई, जगुआर व मिराज जैसे लड़ाकू विमानों ने आसमान में करीब एक घंटे तक करतब दिखाए थे. खुद पीएम मोदी एयरफोर्स के हरक्युलिस जहाज से एयर स्ट्रिप पर उतरे थे.
लखनऊ से गाजीपुर तक बने 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लागत 22.494 करोड़ रुपये है. अक्टूबर 2018 से इसका निर्माण शुरू हुआ था, जो सितंबर 2021 में बनकर कंप्लीट हो गया था.