ABC NEWS: रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने काशी में कहा कि छोटे स्टेशनों का एकीकृत विकास (इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट) किया जाएगा. इस क्रम में कैंट स्टेशन के आसपास के शिवपुर, काशी, वाराणसी व लोहता स्टेशनों की क्षमता वृद्धि के साथ सुविधाएं भी बढ़ेंगी ताकि, वहां से ज्यादा ट्रेनें ओरिजिनेट हो सकें. उन्होंने बताया कि लम्बी दूरी की वंदेभारत एक्सप्रेस चलाने की योजना बन रही है.
अगले 12 से 13 महीनों में इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन में स्लीपर कोच लग जाएंगे. इसके बाद दूरी बढ़ाई जाएगी. उन्होंने काशी तमिल संगमम् एक्सप्रेस के नाम पर एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की बात भी दोहराई. रेलमंत्री शनिवार सुबह कैंट रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अगले कुछ वर्षों में कैंट स्टेशन विश्वस्तरीय स्टेशनों में शुमार होगा. इसके रीडेवलपमेंट के लिए लगभग 800 करोड़ का प्रस्ताव तैयार हो गया है.
आगामी 50 साल के हिसाब से बन रहीं योजनाएं
रेलमंत्री ने कहा कि वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद पर्यटकों-दर्शनार्थियों की संख्या में छह से सात गुना तक इजाफा हुआ है. भविष्य में यह संख्या और बढ़ने की सम्भावना है. इसके चलते आगामी 50 साल के हिसाब से रेलवे की विकास योजनाओं का खाका तैयार किया जा रहा है. यही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी सोच है.
समानांतर फ्लाईओवर बनाने का सुझाव
रेलमंत्री सर्कुलेटिंग एरिया से होकर कैंट-अंधरापुल मार्ग पर बने नाइट मार्केट में भी गए. इस मार्ग पर जाम को देखते हुए उन्होंने चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर के समानांतर दूसरा फ्लाईओवर बनाने का सुझाव दिया. उन्होंने रेल अधिकारियों से इस दिशा में जिला प्रशासन से समन्वय बनाकर योजना बनाने को कहा.
सेकंड इंट्री का विकास होगा ‘खास’
निरीक्षण के दौरान रेलमंत्री दूसरे फुट ओवरब्रिज से होते हुए अंतिम छोर पर पहुंचे. यहां उत्तर रेलवे के डीआरएम एसके सपरा ने प्रस्तावित यात्री हॉल, पार्किंग, बाईपास लाइन, पॉड होटल आदि की जानकारी दी. अश्विनी वैष्णव ने इन कार्यों को जल्द शुरू करने को कहा.
ले आउट देखा, पड़ताल की
कैंट स्टेशन पर सुबह नौ बजे पहुंचे रेलमंत्री पहले लिफ्ट से नए भवन की छत पर गए. यहां उन्होंने स्टेशन के रीडेवलपमेंट प्लान का ले आउट देखा. उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल, डीआरएम एसके सपरा और स्टेशन डायरेक्टर गौरव दीक्षित ने उन्हें चल रहे कार्यों और प्रस्तावित काम के बारे में बताया.
रोपवे की जानकारी ली
नए भवन की छत से ही अश्विनी वैष्णव ने सर्कुलेटिंग एरिया में रोपवे के लिए बनने वाले पहले स्टेशन के बारे में जानकारी ली. उन्होंने रोपवे के एलाइनमेंट, निर्धारित रूट और अब तक की प्रगति के बारे के बारे में पूछा. इसके अलावा यार्ड रीमॉडलिंग और तीसरे फुट ओवरब्रिज की प्रगति का अवलोकन किया.
इनकी रही मौजूदगी
रेल मंत्री के निरीक्षण के दौरान कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, एनई रेलवे के जीएम सीवी रमण, बरेका की जीएम अंजली गोयल, आईआरसीटीसी की चेयरमैन रजनी हसीजा, डीआरएम एसके सपरा व रामाश्रय पांडेय, स्टेशन डायरेक्टर गौरव दीक्षित, सीआरएम अजीत सिन्हा समेत अन्य अफसर मौजूद रहे.