ABC NEWS: सपा नेता शिवपाल यादव सोमवार को कानपुर पहुंचे. उन्होंने गुजैनी के रविदासपुरम में जनसभा की. पार्टी पार्षद प्रत्याशी के समर्थन में जनता से वोट मांगा. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. शिवपाल यादव कहा, “भाजपा के मंत्रियों की एक बाबू-चपरासी का ट्रांसफर करने की हैसियत नहीं है. डिप्टी सीएम एक भ्रष्ट दरोगा को हटा नहीं सके. भाजपा ने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का नारा दिया था, लेकिन सबके साथ विश्वासघात किया है.”
दो करोड़ नौकरी और 15-15 लाख का वादा झूठा निकला
शिवपाल यादव ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, “भाजपा ने सरकार में आने से पहले बहुत वादे किए थे, लेकिन उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई. अगर छह साल में एक भी वादा पूरा किया हो तो बदा दें, हर साल दो करोड़ नौकरी, 15-15 लाख रुपए देने की बात वादा नहीं बल्कि झांसा था.
इनका एक नारा था सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास, बताइए सबका साथ दिया. यहां तक की व्यापारियों ने हमेशा बीजेपी को वोट दिया, लेकिन उनको भी परेशान कर दिया. किसानों को भी परेशान किया. मजदूरों को भी धोखा दिया. भाजपा ने सबको धोखा देने का काम किया है. किसी का विश्वास ये जीत नहीं पाए.”
भाजपा के मंत्रियों की कोई हैसियत नहीं
शिवपाल यादव ने कहा, ” लोकसभा चुनाव में भाजपा को पब्लिक देश से बाहर कर देगी. मंत्रियों के पास कोई काम नहीं है. यहां तक की बाबू और चपरासी का ट्रांसफर भी नहीं कर सकते हैं. नौकरी दे नहीं सकते, विकास कर नहीं सकते. बताओं यहां के मंत्री क्या करते हैं. एक दरोगा को हटा नहीं सकते है. डिप्टी सीएम की भी हैसियत नहीं है कि वे रिश्वतखोर भ्रष्ट दरोगा को हटा सकें. भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार की सीमा पार हो चुकी हैं, बेराजगारी चरम पर है. आपने देखा होगा जितना बजट था लौटाना पड़ा. कहीं पर भी सड़कें नहीं बनी और कोई विकास नहीं हुआ.
भाजपाई अफसरों से कहते हैं कि चुनाव जितवा देना
शिवपाल ने चुनाव प्रक्रिया को लेकर भी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, ” भाजपा नेता अधिकारियों से कहते हैं चुनाव जिता देना। ये भ्रष्टा लोग इतने झूठे हैं. इस बार वंदना बाजपेई मेयर का चुनाव जीत रही हैं. रविदासपुर की भी भी सपा पार्षद प्रतयाशी लक्ष्मी चौहान चुनाव जीतेंगी. जो निर्दलीय हैं उनके चक्कर में मत पड़ना वोट खराब हो जाएगा.
2024 में भाजपा को देश से हटाना है. संविधान को मानते नहीं, विपक्ष को मानते नहीं। आदरणीय मुलायम सिंह यादव जी तो विपक्ष के नेताओं का भी उतना ही सम्मान करते थे जितना पक्ष के.”