ABC NEWS: प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद के परिवार पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. नैनी जेल में बंद अतीक अहमद के बेटे अली को दूसरी जेल में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू हो गई है. इसके लिए गोपनीय रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है. नैनी जेल में अली के रहने से अतीक का दबदबा बना हुआ है. इस पर शिकंजा कसने की तैयारी है.
अतीक अहमद का दूसरे नंबर का बेटा अली रंगदारी और जानलेवा हमले के मामले में नैनी जेल में बंद है. उसे तन्हाई बैरक में रखा गया है। इसी जेल में मुख्तार अंसारी का साला आतिफ रजा समेत कई माफिया बंद हैं. कुछ साल पहले जब अतीक अहमद नैनी जेल में बंद था तब जेल में जैमर लगाने पर दो बार अफसरों की पिटाई भी की थी लेकिन उसकी दहशत के आगे किसी ने शिकायत नहीं की.
नैनी जेल में अतीक गैंग के कई गुर्गे भी बंद हैं. इसके कारण उसे जेल की हर गतिविधि की जानकारी मिलती रहती है. ऐसे में अली को नैनी जेल से हटाने के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी गई है. नैनी जेल में अतीक की दबंगई के कारण ही उसे अहमदाबाद जेल शिफ्ट किया गया था. अशरफ को नैनी से बरेली भेजा गया। अब अली को यहां से किसी अन्य जेल में ट्रांसफर किया जाना है. अतीक के कई करीबी गुर्गे जैसे तोता व मुजफ्फर को नैनी जेल से दूसरे जेल में भेजा जा चुका है.
दोनों नाबालिग बेटे लापता
प्रयागराज में सनसनीखेज उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक अहमद के दोनों नाबालिक बेटे गायब हैं. अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का आरोप है कि 24 फरवरी को हत्याकांड के ठीक बाद पुलिस ने उनके घर दबिश दी और दोनों बेटों को अपने साथ उठा ले गई. बेटों के बारे में पुलिस ने जब कोई जानकारी नहीं दी तो शाइस्ता ने कोर्ट में गुहार लगाई. कोर्ट ने शाइस्ता परवीन की अर्जी पर पुलिस से रिपोर्ट मांगी. गुरुवार को पुलिस ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट भेज दी.
बताया जाता है कि थाने से एक सिपाही ने कोर्ट में आख्या भेजी है. आख्या स्पष्ट नहीं होने की बात कही जा रही है. इस पर न्यायालय ने इस्पेक्टर धूमनगंज को इस मामले में स्पष्ट आख्या देने का आदेश दिया है. सुनवाई के लिए कल की तारीख लगाई गई है। पत्रावली कल पेश करने को कहा है. वहीं, अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी और उनके बेटे के संबंध में दी गई अर्जी पर भी आख्या तलब की गई है. उस पर भी सुनवाई कल होगी.
शाइस्ता ने बेटों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम की अदालत में अर्जी दाखिल की थी। अर्जी में कहा कि उनके पति, बेटों और देवर के साथ ही उन्हें भी हत्याकांड में धूमनगंज थाने में नामजद किया गया है. हत्याकांड वाले दिन 24 फरवरी 2023 को उसके नाबालिग बेटों को ऐजम अहमद व अबान अहमद को धूमनगंज की पुलिस घर से शाम 6 बजे गैरकानूनी तरीके से उठा ले गई है.
दोनों बेटों का आज तक पता नहीं चल पा रहा है। न ही थाना धूमनगंज की पुलिस द्वारा कोई जानकारी दी जा रही है. शाइस्ता ने गुहार लगाई कि गैरकानूनी कार्रवाई पर पुलिस से रिपोर्ट मांगी जाए. अगर वह किसी मामले में वांछित हैं तो उसका ब्योरा भी मांगा जाए. शाइस्ता की अर्जी पर कोर्ट ने धूमनगंज थाने से इस पर दो मार्च को रिपोर्ट देने को कहा था.
गुरुवार को पुलिस की तरफ से रिपोर्ट तो आई लेकिन वह स्पष्ट नहीं थी. कहा जा रहा है कि रिपोर्ट एक सिपाही की तरफ से भेजी गई थी. इस पर अदालत ने घूमनगंज थाने के इंस्पेक्टर से स्पष्ट रिपोर्ट भेजने को कहा है. मामले की सुनवाई के लिए कल यानी 3 मार्च की तारीख भी तय की है.