ABC NEWS: लखनऊ कोर्ट परिसर में संजीव उर्फ जीवा हत्याकांड के बाद कानपुर पुलिस भी अलर्ट मोड पर है. सोमवार कचहरी परिसर में डीसीपी भारी फोर्स के साथ चेकिंग अभियान चलाया. सुरक्षा को लेकर खाका खींचा है. अब कोई भी न्यायालय परिसर में असलहा लेकर नहीं जा सकेगा. वादकारियों व अन्य आने जाने वालों के लिए पहचान-पत्र अनिवार्य कर दिया है.
कचहरी में कड़ी सुरक्षा के साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी होगी निगरानी
डीसीपी पूर्वी रविन्द्र कुमार ने बताया कि कोर्ट परिसर में होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा प्लान तैयार किया जा रहा है. इसी के तहत कचहरी में सोमवार को एसीपी रंजीत कुमार और कोतवाली थानेदार सूर्यबली पांडेय के साथ सघन चेकिंग अभियान चलाया गया.
कचहरी के सभी एंट्री प्वाइंट पर सुरक्षा व्यवस्था देखी गई. इसके साथ ही गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को अलर्ट रहने का आदेश दिया. डीसीपी ने कहा कि कोर्ट में आने वाले वादकारियों को अब अपना पहचान पत्र दिखाने पर ही अंदर जाने दिया जाएगा.
इसके साथ शस्त्र समेत अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं पर कोर्ट परिसर में ले जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. डीसीपी ने बताया कि कोर्ट की सुरक्षा का ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है. पूरे कचहरी की सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। इस दौरान उनके साथ क्यूआरटी और पीएसी बल भी मौजूद रहा.
कचहरी के बंद होंगे सभी चोर रास्ते
डीसीपी ने बताया कि कचहरी की सुरक्षा का खाका तैयार किया जा रहा है. इससे कि भविष्य में लखनऊ संजीव उर्फ जीवा हत्याकांड की तरह फिर कोई ऐसा मामला नहीं हो. कचहरी परिसर में आने वाले सभी चोर रास्तों को बंद कर दिया जाएगा. इसके साथ ही वकील, वादकारी और जज सभी के अलग-अलग एंट्री प्वाइंट तय किए जाएंगे. इससे कि हर आने-जाने वालों पर निगरानी रखी जा सके.