अतीक के राइट हैंड गुलाम की पत्नी और फाइनेंसर पर शिकंजा, सदाकत खोलेगा साजिश के राज

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ABC NEWS: उमेश पाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस और यूपी एसटीएफ एक्शन में हैं. सोमवार को अतीक के करीबी अरबाज के एनकाउंटर हुआ तो रात भर पुलिस हत्याकांड में शामिल अपराधियों को उठाती रही. इसी कड़ी में उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर गुलाम की पत्नी को एसटीएफ ने हिरासत में लिया है. उमेश पाल मर्डर केस को लेकर गुलाम की पत्नी से एसटीएफ पूछताछ कर रही है. गुलाम के करीबियों और रिश्तेदारों को लेकर भी एसटीएफ पूछताछ कर रही है. उमेश पाल हत्याकांड में मोहम्मद गुलाम ने मुख्य भूमिका निभाई थी. वह प्रयागराज के रसूलाबाद का रहने वाला है. कुछ समय पहले ही वह हत्या के मामले में जेल से बाहर आया है. पुलिस ने गुलाम के भाई को भी एसटीएफ ने हिरासत में लिया है.

अतीक का करीबी रेस्टोरेंट संचालक हिरासत में
अहमदाबाद की जेल में बंद अतीक अहमद के करीबी रेस्टोरेंट संचालक नफीस को एसटीएफ ने हिरासत में लिया है. बीती देर रात करैली इलाके से नफीस को एसटीएफ ने हिरासत में लिया.अतीक और नफीस के बीच नजदीकी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अतीक के घर से बरामद क्रेटा कार नफीस के नाम पर दर्ज है. नफीस माफिया अतीक अहमद गिरोह का मुख्य फाइनेंसर माना जाता है.उमेश पाल हत्याकांड को लेकर एसटीएफ की टीमें नफीस से पूछताछ में जुटी हैं.

गुड्डू मुस्लिम को लेकर बड़ा खुलासा
उमेश पाल हत्याकांड में बमबाजी करने वाले गुड्डू मुस्लिम को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. गुड्डू मुस्लिम माफिया अतीक से पहले मुख्तार, अभय सिंह और बब्लू श्रीवास्तव गैंग के साथ रहा है. साल 1998 के बाद वह माफिया अतीक अहमद गिरोह के साथ जुड़ गया. राजू पाल हत्याकांड में भी गुड्डू मुस्लिम माफिया अतीक के साथ आरोपी था. सीबीसीआईडी की चार्जशीट में गुड्डू मुस्लिम का नाम शामिल था. वह लंबे समय से अतीक के गिरोह के लिए बमबाजी का काम कर रहा था. प्रयागराज के राजरूपपुर इलाके में रहता है. एसटीएफ की टीमों ने गुड्डू मुस्लिम के करीबी रिश्तेदारों को हिरासत में लिया. पुलिस की ओर से पचास हजार रूपए का इनाम भी घोषित किया गया है.

सदाकत अहम कड़ी
वारदात की साजिश इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल से रची गयी थी. इस घटना में सदाकत नाम का एक वकील जिसकी फोटो अखिलेश यादव के साथ वायरल हो रही है वो भी शामिल था. एसटीएफ ने मुस्लिम हॉस्टल की छानबीन की क्योंकि सदाकत मुस्लिम बोर्डिंग हाउस में अवैध रूप से रहता था. सदाकत ने लॉ की पढ़ाई करके हाईकोर्ट में रजिस्ट्रेशन भी कराया था और शूटर गुलाम से सदाकत की अच्छी दोस्ती थी. मुस्लिम हॉस्टल में ही अतीक के बेटे को भी बुलाया गया था और यहीं यूपी को हिला देने वाले शूट आउट की योजना बनी.

सूत्रों की माने तो सदाकत वाट्सएप कॉल के जरिये सबके संपर्क में था. आपको बता दें कि उमेश पाल की गाड़ी उनके धूमनगंज इलाके स्थित घर के पास पहुंची लेकिन घात लगाए बदमाशों ने शूट आउट को अंजाम दिया. यहां गोलियां चलाई गई बम चले और घटना के निशान आज भी मौजूद हैं.

 

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