ABC News: राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में बड़ा एलान किया है. राजस्थान चुनाव से पहले सचिन पायलट ने ‘जन संघर्ष पद यात्रा’ की घोषणा की है, जो अजमर से शुरू होगी. ये यात्रा 125 किलोमीटर लंबी होगी, जिसमें सचिन पायलट जनता के बीच जाएंगे और उनकी शिकायतें सुनेंगे.
सचिन पायलट ने प्रेस वार्ता में कहा कि वह जब भी वसुंधरा राजे के कार्यकाल में भ्रष्टाचार की बात करते हैं, तो उनहें गहलोत सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिलता. इसलिए अब उन्होंने फैसला लिया है कि 11 मई को अजमेर से एक पद यात्रा का आरंभ करेंगे, जो पांच दिन चलेगी. इस दौरान सचिन पायलट जनता के बीच जाकर उनकी बात सुनेंगे. सचिन पायलट का कहना है कि उन्होंने कई बार राजस्थान में पेपर लीक का मुद्दा उठाया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. RPSC का कार्यालय अजमेर में है. इसलिए अब वह खुद वहां जाएंगे और भ्रष्टाचार के विरोध में यात्रा निकालेंगे. यह पद यात्रा 125 किलोमीटर लंबी होगी और पांच दिन तक चलेगी. सचिन पायलट ने कहा कि सरकार सही फैसला तभी लेगी, जब जनता का दबाव बनेगा. इसलिए वह आमजन की शिकायतें सुनेंगे और उसे सरकार तक पहुंचाने का काम करेंगे. सचिन पायलट ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में प्रचार के दौरान बीजेपी द्वारा गलत और खराब शब्दों का प्रयोग किया गया. मल्लिकार्जुन खरगे और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई. ऐसे शब्दों की सचिन पायलट ने निंदा की है और बीजेपी पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि ये शब्द सुनने के बाद भी भाजपा ने कोई एक्शन नहीं लिया, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं, इस प्रेस कांफ्रेंस ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेंस के अंदर के विश्वस्त सूत्र बता रहे हैं कि सचिन पायलट ने ये प्रेस कॉन्फ्रेंस मना करने के बावजूद की है. जब पायलट को गहलोत के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से रोका गया तो उन्होंने आलाकमान को अपने जवाब में कहा, आखिर उनको ही हर बार क्यों रोक दिया जाता है जबकि आलाकमान कभी गहलोत को कुछ नहीं कहता है.