ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर में बुधवार की रात लगातार हो रही बारिश का असर ट्रेन संचालन पर पड़ा है. कहीं-कहीं सिग्नल पानी में डूबने से खराब हो गए. सेंट्रल स्टेशन पर ट्रैक पर जलभराव होने से सिग्नल सिस्टम प्रभावित हुआ. इस वजह से स्वतंत्रा सेनानी गोमती सहित 30 ट्रेनों का संचालन आधे से 1 घंटे तक बाधित रहा. इसके साथ ही सुबह 4:00 बजे से लेकर दिन में 9:00 बजे तक झकरकटी बस अड्डे से लखनऊ और पूर्वांचल रूटों पर केवल छह बसें ही रवाना हो सकीं. इसकी वजह रही कि इस अवधि में यात्री बस अड्डे पर नहीं पहुंचे.
रेलवे अफसरों ने बताया सिग्नल बक्से में जलभराव होने की वजह से दिक्कत हुई. इसके साथ ही इटावा और फफूंद के बीच सिगनल सिस्टम बाधित रहा। इसका असर दिल्ली हावड़ा रूट की ट्रेनों पर भी पड़ा है. ट्रेनों की लेटलतीफी के चलते 10:00 बजे तक 1052 यात्रियों ने टिकट करा दिए हैं.
गुरुवार सुबह 9 बजे तक कानपुर में 115 मिमी बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी थी. बिपारजॉय के असर ने इस बार मानसून में हो रही देरी के नुकसान की भरपाई कर दी. गुजरात और राजस्थान होते हुए आए चक्रवात ने प्रदेश के मध्य हिस्से में भरपूर राहत दी. इससे कानपुर मंडल में कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज और फर्रुखाबाद आदि जिलों में भारी बारिश हुई. लगातार रिमझिम से लेकर तेज बारिश जारी है. हालांकि इटावा में दो दिन बाद धूप ने दर्शन दे दिए.
भारी वर्षा के कारण शहर में जलभराव और विद्युत संकट से जनजीवन प्रभावित हो गया है। शहर के ज्यादातर क्षेत्रों में फॉल्ट आदि के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित चल रही है। इससे शांति एवं कानून व्यवस्था पर भी असर पड़ा है. इसी तरह पूरे शहर में जगह-जगह जलभराव के कारण आवागमन प्रभावित हुआ है. लोगों को कार्यालय अथवा और गंतव्य तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है. व्यापारिक गतिविधियों पर भी असर पड़ा है.
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉक्टर एसएन सुनील पांडे का कहना है कि शुक्रवार को हल्की बारिश के आसार दिख रहे हैं.