ABC News: यूपी बोर्ड हाईस्कूल में सीतापुर बाल विद्या मंदिर इंटर कालेज की छात्रा प्रियांशी सोनी ने टॉप किया है. प्रियांशी ने 600 में 590 अंक हासिल किए हैं. प्रियांशी की कहानी काफी चुनौतियों से भरी है. काफी मुश्किलों के बावजूद प्रियांशी ने कभी हार नहीं मानी और अपने परिवार का नाम रोशन किया.
प्रियांशी जब पांच साल की थीं, तभी पिता दीप चंद्र सोनी का निधन हो गया था. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. इसके बाद बड़े भाई ने पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठाई. घर के साथ-साथ प्रियांशी को भी संभाला और इस लायक बनाया कि आज प्रियांशी ने पूरे यूपी में टॉप करके परिवार का नाम रोशन कर दिया. प्रियांशी ने बताया कि काफी कम उम्र में ही उनके सिर से पिता का साया उठ गया था. प्रियांशी ने बताया कि पापा हमेशा मुझे आगे बढ़ने के लिए कहा करते थे. वह कहते थे कि तुम्हें जो बनना होगा, वही बनना. घर का कभी दबाव नहीं रहेगा. तुम घर की लक्ष्मी ही नहीं, सरस्वती भी हो. प्रियांशी की मां आशा सोनी गृहणी हैं. प्रियांशी कहती हैं कि मम्मी ने भी मेरा बहुत साथ दिया. आमतौर पर छोटे जिलों की लड़कियों को पढ़ाई से रोका जाता है. उन्हें घर का कामकाज करने के लिए बोला जाता था, लेकिन मेरी मम्मी हमेशा कहती हैं कि तुम केवल पढ़ाई करो. घर का कामकाज हम संभाल लेंगे. आज जब प्रियांशी ने यूपी टॉप कर लिया है तो वह पिता को याद कर भावुक हो गईं. उन्होंने कहा कि पापा नहीं रहे, लेकिन भइया और मम्मी ने कभी उनकी कमी महसूस नहीं होने दी. भइया शोभित सोनी ने घर के साथ-साथ मेरी भी जिम्मेदारी संभाली. वह मोबाइल की दुकान चलाते हैं. भइया हमेशा मुझसे बोलते हैं कि तुम्हें जितना पढ़ना है पढ़ो. जहां पढ़ना है पढ़ो. हम तुम्हें हमेशा सपोर्ट करेंगे. प्रियांशी के माता-पिता ने ज्यादा पढ़ाई नहीं की थी. प्रियांशी कहती हैं कि मैं बड़ी होकर आईएएस अफसर बनूंगी. लोगों की सेवा करना मेरा लक्ष्य है. प्रियांशी के अनुसार, आज भी ग्रामीण इलाकों में लोग परेशान रहते हैं. उनतक पहुंचना मेरी जिम्मेदारी होगी.