ABC NEWS: देश आज 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. मुख्य कार्यक्रम राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर हो रहा है. इस बार होने वाली होने परेड खास है. इस वर्ष की परेड में भाग लेने वाले आमंत्रित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इस समारोह में मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं. अभी तक हमेशा परेड की शुरुआत सैन्य बैंड के साथ होती आई है, लेकिन इस बार देशभर की 100 महिला सांस्कृतिक कलाकार पारंपरिक वाद्यों के साथ परेड का आगाज किया.
इस मौके पर मुख्य कार्यक्रम दिल्ली के कर्तव्य पथ पर हो रहा है. पीएम मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर वीर शहीदों श्रद्धांजलि अर्पित की. गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं. इस बार गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम कई मायनों में खास है. पहली बार परेड की शुरुआत मिलिट्री बैंड की बजाय शंख नगाड़े की ध्वनि से हुई. ‘विकसित भारत‘ और ‘भारत-लोकतंत्र की मातृका‘– दोनों विषयों पर आधारित इस वर्ष की परेड में लगभग 13,000 विशेष अतिथि भाग ले रहे हैं यह एक ऐसी पहल है जिसमें समाज के सभी वर्ग के लोगों को इस राष्ट्रीय त्योहार में शामिल होकर उत्सव मनाने और जन-भागीदारी को प्रोत्साहित करने का अवसर मिलेगा. पूरा कार्यक्रम 90 मिनट का होगा.
शंख, ढोल और मृदंग के साथ कर्तव्य पथ पर परेड शुरू
शंख, ढोल और मृदंग के साथ कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड शुरू हो गई है. हेलिकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा कर परेड का स्वागत किया गया.
चीफ गेस्ट मैक्रों के साथ पहुंचीं राष्ट्रपति मुर्मु
इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मु चीफ गेस्ट मैक्रों के साथ समारोह स्थल पर पहुंची जहां पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया. राष्ट्रपति की बग्गी के दाहिने और रेजीमेंट के कमांडेडंट कर्नल अमित बेरवाल अपने घोड़े ग्लोरियस पर थे. वहीं बाईं ओर अपने घोड़े सुल्तान पर रेजीमेंट के सेकेंड-इन-कमान लेफ्टिनेंट कर्नल रमाकांत यादव थे. राष्ट्रपति की बग्घी की अगुवाई अपने घोड़े अर्जुन पर रिसालदार सुंदर सिंह तंवर ने किया.
कर्तव्य पथ पर दिखी महिला शक्ति
बॉम्ब सैपर्स, बॉम्बे इंजीनियर ग्रुप एंड सेंटर का टुकड़ी की अगुवाई 115 इंजीनियर रेजिमेंट की मेजर दिव्या त्यागी ने किया. पिछले दो दशकों में बॉम्बे सैपर्स ने भारतीय सेना के इतिहास में अपने लिए एक स्पेशल स्थान बनाया है. कुछ देर बाद ही नौसेना का ब्रास बैंड और नौसेना के मार्चिंग दस्ते ने कर्तव्य पथ पर दस्तक दी.
फ्रांस के मार्चिंग दस्ते के बाद रूसी T90 टैंक कर्तव्य पथ पर उतरे
कर्तव्य पथ पर टी90 भीष्म टैंक उतरे. जो तीसरी पीढ़ी के मुख्य युद्धक टैंक हैं और 125 मिमी स्मूथ बोर गन से लैस हैं. यह टैक चार प्रकार के गोला बारूद दाग सकता है और 5 हजार मीटर की दूरी तक बंदूक से मिसाइल दागने की भी क्षमता रखता है.
सर्वत्र मोबाइल ब्रिजिंग सिस्टम
मैकेनाइज्ड कॉलमों में 9 रैपिड इंजीनियर रेजिमेंट के कैप्टन सुमन सिंह के नेतृत्व में कोर ऑफ इंजीनियर्स के सर्वत्र मोबाइल ब्रिजिंग सिस्टम का दस्ता कर्तव्य पथ से गुजरा.इसके बाद अगली टुकड़ी मोबाइल ड्रोन जैमर सिस्टम और सिग्नल कोर के एडवांस रेडियो फ्रीक्वेंसी मानिटरिंग की रही. इसके बाद 3 इलेक्ट्रॉनिंक वारफेयर बटालियन का एडवांस रेडियो फ्रीक्वेंसी मॉनिटरिंग सिस्टम की टुकड़ी ने कर्तव्य पथ की शान बढ़ाई.