ABC NEWS: UP के सुल्तानपुर जिले के कादीपुर में पुलिस की वसूली के चक्कर में ट्रैक्टर चालक की जान चली गई. बाईपास मोड़ पर लकड़ी लदे ट्रैक्टर-ट्रॉली को दरोगा और सिपाहियों ने रोका और रिश्वत मांगी. न देने पर पुलिस कर्मियों ने चालक अंकुश व उसके साथी मजदूरों को बोनट पर बैठा लिया. सिपाही खुद ट्रैक्टर चलाने लगा। इसी बीच ट्रैक्टर पलट गया और अंकुश उसके नीचे दब गया जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में एएसपी के निर्देश पर इंस्पेक्टर, दरोगा समेत पांच लोगों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है.
सोमवार की आधी रात में एक ट्रैक्टर ट्राली पर लकड़ी लादकर ले जाया जा रहा था. ट्रैक्टर आजमगढ़ जिले के थाना मेहनगर स्थित गोपालपुर गांव निवासी अंकुश सिंह(20) पुत्र देवेंद्र सिंह चला रहा था. अंकुश यहां अपने बहनोई राईबीगो में उमाशंकर सिंह के घर रहता था। आरोप है कि पुलिस ने रात में एक ट्रैक्टर एजेंसी के पास अंकुश को पुलिस कर्मियों ने रोक लिया. दरोगा और दो सिपाही अंकुश को किनारे ले गए और रुपयों की मांग की. अंकुश ने रिश्वत देने से मना कर दिया. इस पर सिपाही दानिश ने अंकुश व अन्य मजदूरों को बोनट पर बैठाया और खुद ही ट्रैक्टर चलाकर कोतवाली की ओर चल दिया. इसी बीच ट्रैक्टर पलट गया और अंकुश सिंह की उसके नीचे दब गया. आनन-फानन में उसे सीएचसी कादीपुर लाया गया। वहां चिकित्सकों ने अंकुश को मृत घोषित कर दिया.
घटना के विरोध में आधी रात को लगा चौराहे पर जाम
अंकुश की मौत की खबर सुनकर उसके बहनोई के घर राईबीगो में कोहराम मच गया. थोड़ी ही देर सीएचसी में भीड़ जमा हो गई। परिजन स्ट्रेचर पर मृतक का शव रखकर पटेल चौक पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे. मौके पर पहुंचे सीओ शिवम मिश्रा ने कोतवाली सहित आसपास के आधा दर्जन थानों की फोर्स बुला ली और परिजनों को समझाने लगे, लेकिन लोग नहीं माने। देर रात चार घंटे तक कादीपुर कोतवाली क्षेत्र के पटेल चौक पर शव रखकर प्रदर्शन किया. अंत मे रात में लगभग एक बजे अपर एएसपी श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और उन्होंने सभी आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कराने का आश्वासन देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.
पांच पुलिस कर्मियों के विरुद्ध दर्ज हुआ केस
घटना की गंभीरता और लोगों का आक्रोश देखकर एएसपी ने कादीपुर कोतवाल देवेंद्र सिंह, दरोगा अखिलेश सिंह और सिपाही दानिश, जितेंद्र और एक अज्ञात व्यक्ति पर मुकदाम दर्ज करने का आदेश दिया. मृतक के रिश्तेदार उमाशंकर सिंह की तहरीर पर सभी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. सभी के खिलाफ कोतवाल देवेंद्र सिंह, दरोगा अखिलेश सिंह, सिपाही दानिश, जितेंद्र व एक अज्ञात के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया.