ABC NEWS: कानपुर स्थित कैंट क्षेत्र में स्थित मिलिट्री पार्क में 100 से अधिक सुअर मृत पाए गए हैं. इतनी बड़ी संख्या में मृत सुअरों के मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. नगर निगम की टीम ने आनन-फानन पहुंचकर चुपचाप जेसीबी से गड्ढा खोदकर मृत सुअरों को दबा दिया. कई सुअर बोरियों में बांधकर फेंके गए हैं.
किसी ने जांच करना भी जरूरी नहीं समझा
चकेरी स्थित ओमपुरवा में दर्जनों सुअर पालक हैं. मृत सुअर यहीं के सुअर पालकों के बताए जा रहे हैं. इससे पहले भी 25 जुलाई को भी कानपुर के गोविंद नगर, सनिगवां क्षेत्र में 100 से अधिक सुअर पहले भी मर चुके हैं. इसके बाद सितंबर में इतनी बड़ी संख्या में सुअरों के मृत मिलने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं पशुचिक्तिसा विभाग ने भी मामले में जांच करना भी जरूरी नहीं समझा.
कई सुअरों के पेट फटे मिले
मौके पर पहुंचे नगर निगम जोन-2 के जोनल स्वच्छता अधिकारी अकील मसूद ने बताया कि गड्ढे खोदकर सुअरों को दबा दिया गया है. कई सुअरों के पेट भी फटे मिले हैं. पूरे पार्क में करीब 100 मीटर के एरिया में जगह-जगह सुअरों के शव पड़े हुए थे. वहीं पशु चिक्तिसाधिकारी डा. आरके निरंजन ने बताया कि सुअर के शवों को निस्तारित करना जोनल स्वच्छता अधिकारियों का कार्य है.
किसके थे जानवर ये पता नहीं
जुलाई महीने में तेजी से सुअरों की मौत हो रही थी. जांच के बाद 5 सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि भी हुई थी. इसके बाद स्वास्थ्य और नगर निगम ने सुअर पालकों पर सख्ती शुरू की. जिससे बीमारी में कुछ कंट्रोल हुआ था और सुअरों के मरने की घटनाएं भी कम हो गईं थीं. हालांकि अभी तक मृत सुअरों को किसने फेंका है, ये जानकारी नगर निगम अधिकारियों को नहीं है.
इस तरह कर सकते हैं बचाव
-सुअर का मांस न खाएं, अधपका मांस बिल्कुल भी न खाएं.
-सुअरों को आबादी से बाहर करें, उन्हें नजदीक रहने दें.
-बीमार सुअर के शरीर से निकलने वाले द्रव्य को शरीर में न लगने दें.
-घरों के आसपास सफाई रखें, पानी भरा न रहने दें जिससे सुअर न आने पाएं.
-बीमार सुअर को घरों के आसपास से तुरंत हटा दें.