ABC NEWS: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर में एमटेक व पीएचडी दोहरी डिग्री कोर्स कर रहे शोधार्थी प्रशांत सिंह ने मंगलवार रात फांसी लगा ली. रात साढ़े आठ बजे जब पड़ोसी छात्र उसे खाना खाने के लिए बुलाने पहुंचा तो घटना का पता लगा. छात्रों ने तुरंत घटना की सूचना IIT प्रशासन को दी। इसके बाद छात्र के स्वजन को सूचना देकर पुलिस बुलाई गई. मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. फोरेंसिक टीम से भी कराई गई. टीम ने छात्र का फोन, टैबलेट व अन्य कुछ सामान कब्जे में लिया है.
मूलरूप से वाराणसी के कैंट थानाक्षेत्र के पहड़िया मंडी की अशोक विहार कालोनी फेस वन निवासी प्रदीप कुमार सिंह के 32 वर्षीय बेटे प्रशांत सिंह ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया था. वर्ष 2019 में उसने आइआइटी कानपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग से एमटेक-पीएचडी दोहरी डिग्री कोर्स में प्रवेश लिया और संस्थान में सिंगल रूम हास्टल में रह रहा था.
संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि प्रशांत मेधावी था और शोधकार्यों में भी उसका काफी रुझान था. मंगलवार शाम वह लैब से वापस लौटकर कमरे में आराम करने लगा था. रात आठ बजे से पड़ोसी छात्रों ने उसे भोजन पर साथ ले जाने के लिए आवाज लगाई, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला.
आधे घंटे के अंतराल में कई बार छात्रों ने उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया. कोई जवाब न मिलने पर आइआइटी के सुरक्षा प्रभारी आशुतोष शर्मा व अन्य अधिकारियों को सूचना दी.
आशुतोष शर्मा ने बताया कि उन्होंने कमरे को जोर से धक्का दिया तो अंदर से कुंडी टूट गई और दरवाजा खुल गया। तब देखा कि छात्र चादर के फंदे से पंखे के सहारे लटक रहा था. तुरंत छात्र को फंदे से उतारकर आइआइटी के हेल्थ सेंटर ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
इधर, पुलिस ने भी आकर जांच शुरू की और छात्र के स्वजन को सूचना दी गई. कल्याणपुर एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि आइआइटी प्रशासन की सूचना पर पुलिस ने जांच शुरू की है.
छात्र का फोन बंद होने के साथ ही लाक है. उसे खुलवाने की कोशिश की जा रही है. आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए उसके दोस्तों से भी बात की जा रही है.