ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) गड्ढामुक्ति अभियान को अब 48 घंटे ही बचे हैं. 30 नवंबर तक डेडलाइन है. कानपुर नगर निगम ने 1219 सड़कों पर 100.48 किलोमीटर रोड बराबर पैचवर्क करने के लिए चिन्हित किया था. गड्ढे भी भरे गए, लेकिन 10 दिन में पैचवर्क उखड़ने शुरू हो गए हैं. सड़कों पर बजरी फैल गई है. कहीं-कहीं गिट्टी डालकर ही छोड़ दिया गया है.
गिट्टी डालकर ही भर दिए गड्ढे
चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी के मुताबिक शहर में 95 परसेंट से अधिक गड्ढे भरे जा चुके हैं. पनकी एफ-ब्लॉक में 10 दिन पहले ही कई सड़कों का पैचवर्क किया गया था. मौजूदा समय में आलम ये है कि पैचवर्क से गिट्टी उखड़ गई है और कई जगहों पर ठेकेदार ने सिर्फ गिट्टी डालकर ही गड्ढे भर दिए.
शहर के आउटर क्षेत्र में बुरे हाल
शहर के पनकी, अर्मापुर, कल्याणपुर, रामादेवी, नौबस्ता जैसे आउटर क्षेत्रों में नगर निगम के ठेकेदारों ने गड्ढामुक्ति अभियान में जमकर करोड़ों रुपए की बंदरबांट की. पैसा बचाने में गिट़्टी की मोटी लेयर बिछाने के बाद गिट्टी की पतली लेयर बिछाए बिना ही काम पूरा कर दिया. अब गिट्टी उखड़ने से राहगीर चुटहिल हो रहे हैं.
7 करोड़ रुपए किए खर्च
पैचवर्क करने के लिए नगर निगम ने पीरोड, शास्त्री नगर, नौबस्ता, बर्रा, नवाबगंज, गुमटी नंबर-5, परेड, कल्याणपुर, काकादेव, रावतपुर, आर्यनगर समेत शहर के विभिन्न जगहों को चिन्हित किया था. इनमें से अधिकतर जगहों पर पैचवर्क करवा लिया गया है. जबकि अभी भी कई जगह ऐसे हैं, जहां पर या तो काम हुआ ही नहीं, या फिर अधूरा है. गड्ढामुक्ति अभियान में करीब 7 करोड़ रुपए नगर निगम ने खर्च किए हैं.