ABC News: इटावा सफारी पार्क में स्नेक (सर्प) सफारी खोलने का रास्ता साफ हो गया है. सितंबर माह में दौरे पर आए वन राज्यमंत्री केपी सिंह मलिक के निर्देश के बाद सफारी पार्क प्रशासन ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है. 500 वर्गमीटर क्षेत्रफल में यह सफारी खुलेगी.
सफारी खुलने के बाद सर्पों की विभिन्न प्रजातियां यहां देखने को मिलेंगी, वहीं उनका रेस्क्यू भी किया जाएगा. इसके साथ-साथ दवाइयों में काम आने वाले सांपों के विष को दवा कंपनियों को बेचने का भी कार्य होगा. इसके लिए प्रोडक्शन एरिया, होल्डिंग एरिया व क्वारंटाइन एरिया भी बनाया जाएगा. जनपद में बड़ी संख्या में अजगर, कोबरा सहित कई प्रजातियों के सांप यमुना और चंबल के बीहड़ों में पाए जाते हैं. बीते दिनों वन राज्यमंत्री केपी सिंह मलिक के जनपद दौरे के दौरान सर्प मित्र डा. आशीष त्रिपाठी ने स्नेक सफारी बनाने की मांग उनके सामने रखी थी. जिसको उन्होंने सहज स्वीकार कर लिया था और सफारी पार्क के निदेशक एसएन मिश्रा को प्रोजेक्ट बनाने के लिए कहा था. 500 वर्गमीटर क्षेत्रफल में बनने वाली स्नेक सफारी के लिए जो प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है उसमें आम लोगों के लिए सांपों के देखने की भी व्यवस्था की गई है. विभिन्न प्रजातियों के सांप अलग-अलग रखे जाएंगे. इसके लिए सफारी प्रशासन स्ट्रक्चर तैयार करेगा. इसी के अंदर कई यूनिट बनाई जाएंगी. इसके अलावा घरों या सार्वजनिक स्थान पर मिलने वाले सांपों को रेस्क्यू करने की व्यवस्था भी की जाएगी. इसके लिए प्रशिक्षित स्टाफ रखा जाएगा, जो एक मोबाइल काल पर लोगों को राहत प्रदान करेगा. सांपों के जहर से दवा बनाने वाली कंपनियों से भी संपर्क किया जाएगा, ताकि उसे बेचकर सफारी की आय बढ़ाई जा सके. शासन से बजट मिलने के बाद जल्द ही इस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा.