ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर-सागर हाईवे पर बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और मौतों से प्रशासन में हलचल मची हुई है.हादसों की रोकथाम और लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए मंगलवार को डीसीपी ट्रैफिक ने हाईवे निरीक्षण किया और नौबस्ता-हमीरपुर रोड पर भारी वाहनों के लिए नो एंट्री के आदेश किए. बुधवार सुबह नई व्यवस्था लागू कर दी.
हांलाकि अर्रा-गल्लामंडी की तरफ से कुछ वाहन निकले भी, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाकर वापस किया. इस दौरान हाईवे पर सन्नाटा सा दिखा। कानपुर-सागर राजमार्ग पर आए दिन हो रहे सड़क हादसों ने इसे ‘मौत का हाईवे’ मना दिया है. पिछले दो दिनों में एक ही स्थान पर हुई दो दुर्घटनाओं में पांच लोगों की जान जा चुकी है.
मंगलवार को डीसीपी ट्रैफिक रवीना त्यागी ने नौबस्ता से घाटमपुर तक सड़क मार्ग का निरीक्षण किया. सड़क हादसों का एक बड़ा कारण इस मार्ग पर डिवाइडर न होना बताया गया.
एनएचएआइ से जब डिवाइडर बनाने के कहा गया तो परियोजना निदेशक अमन कुमार रोहिल्ला ने तर्क दिया कि टू लेन हाईवे पर डिवाइडर बनाने क प्राविधान ही नहीं है. ऐसे में अब दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र में भारी वाहनो के लिए वन-वे व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया गया है. बुधवार सुबह से नौबस्ता-हमीरपुर रोड पर भारी वाहनों के लिए नो एंट्री व्यवस्था लागू कर दी गई.