ABC NEWS: उमेश पाल हत्याकांड की साजिश का केंद्र रहे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम हॉस्टल को सोमवार को सील कर दिया गया. अतीक अहमद के गुर्गे सदाकत खान का यहीं पर ठिकाना था. वारदात के बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है. सदाकत के कमरा नंबर 36 समेत सभी 110 कमरों पर प्रशासन अपना ताला लगा रहा है. यहां 251 छात्रों को कमरे आवंटित किए गए थे. इनमें 65 अवैध रूप से रह रहे थे.
पुलिस का दावा है कि उमेश पाल हत्याकांड की साजिश कमरा नंबर 36 में ही रची गई थी. उसके बाद से पुलिस लगातार यहां पर दबिश दे रही है और आज पूरे हॉस्टल को सील कर दिया गया है. सचिव के अनुसार पुलिस जो कार्यवाही कर रही है वो सही है. उन्होंने कहा कि हॉस्टल में पढ़ने वाले छात्रों को रखा जाएगा लेकिन जो छात्र अवैध तरीके से रह रहे हैं उन्हें बाहर निकला जा रहा है. उन्होंने कहा कि आगामी ईद के त्योहार के बाद दोबारा छात्रों को हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
सदाकत ने मुस्लिम बोर्डिंग हाउस में अपना ठिकाना बनाया था. पिछले दो साल से वह कमरा नंबर 36 में बैठकी करता था. हॉस्टल के अन्य कमरों के दरवाजे लकड़ी के हैं जबकि इस कमरे का दरवाजा लोहे का बनवाया गया है ताकि कोई भी बिना इजाजत अंदर प्रवेश न कर सकें.
पुलिस ने बताया कि सदाकत खान लॉ की पढ़ाई के बाद एलएलएम कर रहा था. वह एमबी हाउस में अवैध रूप से रहता था. वहीं पर गुलाम और अतीक के बेटे के साथ उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी. वारदात के पहले ही सदाकत गोरखपुर भाग गया था. एसटीएफ ने कॉल डिटेल की मदद से सदाकत को पकड़कर पूछताछ की.
पुलिस कस्टडी में बयान दिया कि वह हाईकोर्ट में वकालत करता है लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोशिएशन के संयुक्त सचिव प्रेस अमरेंदु सिंह ने बताया कि सदाकत खान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का सदस्य नहीं है. न ही इस नाम का कोई व्यक्ति सदस्यता ग्रहण करने के लिए आवेदन किया. शक जताया रहा है कि पुलिस पर प्रेशर बनाने के लिए उसने झूठा बयान दिया था.