ABC NEWS: कानपुर कैंट के मैकूपुरवा में बच्चे की अपहरण के बाद हत्याकांड में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. अपहरणकर्ताओं ने 2 महीने पहले ही अपहरण की साजिश रची थी. परिवार से नजदीकियां बढ़ाई और फिर मौका मिलते ही बच्चे को अगवा कर लिया. इसके बाद बच्चे को जिंदा गंगा में फेंक दिया और फिर फिरौती मांगी. जंगल की तरफ बच्चे को ले जाने पर चीखा तो उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया. एक अपहरणकर्ता ने हाथ, तो दूसरे ने पैर पकड़े और उछालकर गंगा में फेंका था. इससे कि ज्यादा गहराई में डूब जाए और जिंदा बचने की कोई आशंका न रह जाए. अभी तक बच्चे की लाश पुलिस को नहीं मिली है.
हत्यारों की बच्चे के साथ दरिंदगी सुन पुलिस भी कांप उठी
एसीपी कैंट मृगांक शेखर पाठक ने बताया,”मैकूपुरवा में रहने वाले मोर्सलीन खान लोडर चालक हैं. इसके साथ ही वह पल्लेदारी भी करते हैं। 29 अगस्त की रात 8:30 बजे मोहल्ले में रहने वाला समीर अहमद, आमिल, शेष कुमार उर्फ बल्लू और अमित मिश्रा ने साजिश के तहत उनके 10 साल के बच्चे रहमान को घर के पास परचून की दुकान से स्कूटी से अगवा कर लिया. इसके बाद कैंट के बरगदिया घाट पर स्कूटी से लेकर पहुंचे.”
फिरौती की कॉल के लिए 4 महीने पहले चुराया था मोबाइल
एसीपी कैंट ने बताया,”पुलिस के पास फिरौती वाला मोबाइल नंबर आया तो उसकी जांच की गई. ये नंबर मैकूपुरवा की शशिदेवी का निकला। उनके घर छापेमारी करके पत्नी-बच्चों समेत सभी को उठा लिया. तब पता चला कि दो महीने पहले उनका मोबाइल चोरी हो गया था। दरअसल, आरोपियों ने फिरौती मांगने के लिए मोहल्ले की एक महिला का फोन चोरी किया था.”
चॉकलेट दिलाने के बहाने किया अगवा, पड़ोसी ने था देखा
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया,”बच्चे के परिवार से नजदीकियां बढ़ा लीं. मोर्सलीन के बड़े बेटे रहमान समेत तीनों बच्चों से नजदीकियां बढ़ गईं थी. इसी का फायदा उठाकर रहमान को चॉकलेट दिलाने का झांसा दिया और स्कूटी से अगवा कर लिया. स्कूटी से ले जाते वक्त मोहल्ले के एक व्यक्ति ने देख लिया था. परिजनों ने फिरौती की कॉल आने के बाद बच्चे की तलाश शुरू की तब पता चला कि इलाके का अमित स्कूटी से बच्चे को ले जाते देखा गया था.
समीर ने हाथ, आमीन ने पैर पकड़कर बच्चे को फेंका
बच्चा अंधेरे में और गंगा किनारे ले जाने पर चिल्लाया तो उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया. आरोपियों ने बताया कि बच्चा बार-बार यही कहता रहा मुझे छोड़ दो, अब्बू के पास जाना है. लेकिन हत्यारोपियों का कलेजा नहीं पसीजा और समीर ने हाथ और आमीन ने पैर पकड़कर झुलाते हुए गंगा में फेंक दिया. काफी देर तक खड़ रहे कि बच्चा बहकर किनारे तो नहीं आ गया. करीब 20 मिनट तक गंगा के तेज बहाव में देखने के बाद वहां से निकले और 6 लाख की फिरौती के लिए फोन किया.
कुकर्म की नहीं हुई पुष्टि
कैंट थाने की पुलिस ने चारों आरोपियों का मेडिकल परीक्षण और फोरेंसिक जांच कराई. जांच के दौरान कुकर्म की पुष्टि नहीं हुई. कैंट थाना प्रभारी का कहना है कि पुलिस, फोरेंसिक और मेडिकल जांच में तो कुकर्म करने की पुष्टि नहीं हुई है. अब शव मिलने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा.
गंगा में जारी है पुलिस की कॉम्बिंग
कैंट थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चे की तलाश में जल पुलिस के साथ ही पीएसी की भी मदद ली जा रही है. बुधवार को जल पुलिस और पीएसी ने उन्नाव के आगे फतेहपुर की सीमा तक तलाश की, लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला. पुलिस ने एहतियातन कानपुर से लेकर प्रयागराज तक आने वाले सभी थानों को बच्चे के लापता होने की जानकारी साझा कि है. इससे कि बच्चे का शव बरामद किया जा सके.
एक नजर में पूरा घटनाक्रम
- सोमवार रात खाना खाने के बाद 8.30 बजे बच्चा घर से निकला
- 10 से 15 मिनट में अपहरणकर्ताओं ने बच्चे को परचून की दुकान से अगवा कर लिया।
- रात 10.30 बजे फ़ोन पर मांगी छह लाख फिरौती
- 10:45 बजे मृतक बच्ची के चाचा के फोन पर आ रहा धमकी भरा फोन.
- सोमवार देर रात 12.48 बजे परिजनों ने दी कैंट थाने पर सूचना
- कैंट पुलिस ने चंद घंटे में चारों आरोपियों को दबोचा.
- अभियुक्तों ने अपहरण और हत्या की बात कबूल की
- स्कूटी में बैठाकर ले गए और बरगदिया घाट पर डुबोकर मार दिया
- युवकों की निशानदेही पर गंगा में शव की तलाश कर रही पुलिस व गोताखोर
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम
- अमित मिश्रा, पिपरोल थाना सरपतहा जिला जौनपुर
- बब्लू उर्फ तेज कुमार, मैकू पुरवा
- आमिल, मैकुपुरवा छावनी
- समीर, मैकुपुरवा