ABC NEWS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में कांग्रेस पर हमला बोला है. पीएम ने कर्नाटक में एक जनसभा को संबोधित करते राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुकाबला 4 जून को हो जाएगा…कौन ‘शक्ति’ का ‘विनाश’ कर सकता है और कौन ‘शक्ति’ का ‘आशीर्वाद’ प्राप्त करेगा. पीएम मोदी के हमले के बाद राहुल गांधी ने अपने शक्ति वाले बयान पर सोमवार को सफाई दी है और कहा कि पीएम किसी-न-किसी तरह मेरी बातों को घुमाकर हमेशा उनका मतलब बदलने की कोशिश करते हैं.
कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (ट्विटर) पर एक लंबा-चौड़ी पोस्ट साझा की है. उन्होंने पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए लिखा, ‘पीएम को मेरी बातें अच्छी नहीं लगतीं, वो किसी-न-किसी तरह से बातों को घुमाकर उनका हमेशा अर्थ बदलने की कोशिश करते हैं, क्योंकि वो जानते हैं कि मैंने एक सच्चाई बोली है. जिस शक्ति का मैंने जिक्र किया, जिस शक्ति से हम लड़ रहे हैं, उस शक्ति का मुखौटा पीएम हैं.’
‘वह एक ऐसी शक्ति हैं, जिसने आज भारत की आवाज को, भारत की संस्थाओं को, CBI, IT, ED, चुनाव आयोग , मीडिया, भारत के उद्योग जगत और भारत के समूचे संवैधानिक ढांचे को ही अपने चंगुल में दबोच लिया है. उसी शक्ति के लिए पीएम भारत के बैंकों से हजारों करोड़ के कर्ज माफ कराते हैं, जबकि भारत का किसान कुछ हजार रुपयों का कर्ज न चुका पाने पर आत्महत्या कर लेता हैं.’
‘अग्निवीर से टूटी युवाओं की हिम्मत’
कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि उसी शक्ति को भारत के बंदरगाह, भारत के हवाई अड्डे दिए जाते हैं. जबकि भारत के युवा को अग्निवीर का तोहफा दिया जाता है, जिससे उसकी हिम्मत टूट जाती है. उसी शक्ति को दिन-रात सलामी ठोकते हुए देश की मीडिया सच्चाई को दबा देती है. उसी शक्ति से वह देश के गरीब पर GST थोपते हैं, महंगाई पर लगाम न लगाते हुए. उस शक्ति को बढ़ाने के लिए देश की संपत्ति को नीलाम करते हैं.
मैं उस शक्ति को पहचानता हूं: राहुल गांधी
उस शक्ति को मैं पहचानता हूं, उस शक्ति को नरेंद्र मोदी भी पहचानते हैं, वह किसी प्रकार की कोई धार्मिक शक्ति नहीं है. वह अधर्म, भ्रष्टाचार और असत्य की शक्ति है. इसलिए जब-जब मैं उसके खिलाफ आवाज उठाता हूं तो उनकी झूठों की मशीन बौखलाती है, भड़क जाती है.
2 तरह की होती हैं शक्तियां
वहीं, राहुल गांधी के शक्ति टिप्पणी पर एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्गज विजय सिंह ने कहा कि शक्ति दो तरह की होती है. एक असुर शक्तियां और दूसरी दैवीय शक्तियां. असुर शक्तियां बेईमान, हिंसा, नफरत और अत्याचार की बात करती हैं. जबकि दैवीय शक्तियां वह है जो अन्याय के विरुद्ध न्याय मांगती हैं. राहुल गांधी ने जिस ‘शक्ति’ की बात की थी वह ‘असुर शक्ति’ थी और उन्हें ‘देव शक्ति’ से न्याय की मांग की है.
दरअसल, राहुल गांधी ने रविवार को अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन समारोह में बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि मुंबई से आज ‘हिंदुस्तान की आवाज़’ निकली है. देश को बांटने का मंसूबा रखने वाली शक्ति, इंडिया ब्लॉक की शक्ति को कभी नहीं हरा सकती. मोहब्बत के इस देश में एक बार फिर ‘नफरत हारेगी, इंडिया ब्लॉक जीतेगा.