ABC NEWS: यूपी सरकार के प्रतिनिधिमंडलों द्वारा विभिन्न देशों के प्रतिष्ठित उद्यमियों को यूपी में निवेश के लिए तैयार करने का अभियान शुरू हो गया है. जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में शुक्रवार को हुए रोड शो के दौरान विदेशी निवेशकों को यूपी में निवेश के लिए आमंत्रित किया. इन्हें लखनऊ में अगले साल 10 से 11 फरवरी को होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए न्योता भी दिया.
गुरुवार को भी योगी सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने फ्रैंकफर्ट में भारतीय व्यापारिक नेताओं से मुलाकात की और भारतीय उद्योग समुदाय को यहां आने को कहा। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता (नंदी) और लोक निर्माण विकास मंत्री जितिन प्रसाद ने की. इनके साथ खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल, आबकारी आयुक्त सेंथिल सी. पांडियन और एमएसएमई विभाग के सचिव प्रांजल यादव सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारी मौजूद रहे.
कई व्यापारिक प्रमुखों से रात्रि भोज में की मुलाकात
प्रतिनिधिमंडल ने जर्मनी के काउंसिल जनरल द्वारा आयोजित डिनर के दौरान कुछ विख्यात भारतीय व्यापारिक समूहों के प्रमुखों से मुलाकात की और उत्तर प्रदेश को अपने निवेश गंतव्य के रूप में चुनने का आग्रह किया. इस अवसर पर लॉजिस्टिक, टेक्सटाइल, हेल्थकेयर एंड फार्मा, टूरिज्म, ऑटोमोटिव और ईवी जैसे क्षेत्रों में निवेश और कौशल विकास व कुशल-श्रम के आदान-प्रदान पर भी चर्चा की गई. प्रतिनिधिमंडल ने फ्रैंकफर्ट में सैमसन एजी मुख्यालय का दौरा किया और सैमसन के सीईओ एंड्रियास विडल को यूपीजीआईएस-23 के लिए आमंत्रित किया. सैमसन एजी आरएंडडी और ग्रीन हाइड्रोजन निर्माण का उत्तर प्रदेश में करना चाहती है.
कई उद्योग समूहों के प्रमुख रहे शामिल
इन भारतीय उद्योगपतियों में ट्रेल ब्लेजर टूर्स इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शांतनु मोहन, क्रिस्टल एंड सोमास के प्रबंध निदेशक विजय कपूर, सीएसए हेल्थकेयर की प्रबंध भागीदार चित्रा अग्रवाल, स्काईवेज लॉजिस्टिक्स के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर गौतम मेहता और होराइजन इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष डॉ. सतीश के बत्रा शामिल हैं. इस अवसर पर फ्रैंकफर्ट में भारत के काउंसल जनरल डॉ. अमित तेलंग और फ्रैंकफर्ट स्थित वाणिज्य दूतावास के सदस्य रात्रिभोज में प्रतिनिधिमंडल के साथ शामिल हुए. जर्मनी में रोड शो के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधिमंडल सैमसन, कॉन्टिनेंटल एजी, इनोप्लेक्सस एजी, ज़ैक टेक्नोलॉजीज जीएमबीएच जैसी जर्मन कंपनियों से संपर्क करेगा और उत्तर प्रदेश के लिए निवेश के इंटेंट तैयार करेगा.