ABC News: कानपुर लखनऊ हाईवे की सर्विस लेन का बड़ा हिस्सा सोमवार को बारिश में धंसने से यातायात रोक दिया गया है. इस घटना के दौरान किसी वाहन के न गुजरने से वैसे तो एक बड़ा हादसा टल गया लेकिन जल निगम और जलकल के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आ गई है. करीब 15 दिन पहले वाटर लाइन लीकेज होने के बाद भी मरम्मत नहीं होने के कारण सड़क की दुर्दशा हुई है.
कानपुर लखनऊ हाईवे स्थित जाजमऊ गौशाला के पास बीती 28 सितंबर को वाटर लाइन लीकेज की वजह से हाईवे की दोनों और सर्विस लेन पर फुटपाथ किनारे सड़क धंसने के कारण गड्ढा हो गया था. इलाके में रहने वाले सानू, जावेद, रिजवान आदि ने बताया कि 28 सितंबर से करीब एक सप्ताह पहले वाटर लाइन लीकेज होने की वजह से छोटा सा गड्ढा था. जिसकी जानकारी जलकल और जल विभाग को दी गई थी. लेकिन किसी भी अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया। धीरे-धीरे हाईवे पर सर्विस लेन की दोनों तरफ गड्ढे हो गए तो स्थानीय लोगों ने पुलिस की मदद से बैरिकेडिंग लगाई. संबंधित विभाग को वाटर लाइन मरम्मत कराने के लिए जानकारी दी. बावजूद इसके अभी तक मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया गया, जिसकी वजह से बारिश में कानपुर से लखनऊ जाने वाली लेन पर सड़क धंसने से बड़ा गड्ढा हो गया. करीब 10 फीट लंबा और 12 फीट चौड़ा गड्डा होने पर जाजमऊ पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से बैरिकेडिंग लगाकर सर्विस लेन पर यातायात बंद कर दिया है. इस दौरान वाहनों को जेके चौराहे से मोड़कर केडीए चौराहा से जाजमऊ की ओर निकाला जा रहा है. जाजमऊ में सड़कों की दुर्दशा बहुत ही खराब है. नगर निगम जलकल और नमामि गंगे के अफसर सड़कों को खोदकर बिना भरे चले जाते हैं. जाजमऊ में ऐसी कई जगह हैं, जहां लापरवाह अफसरों की वजह से क्षेत्रीय जनता और राहगीरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी ही एक सड़क जाजमऊ की अशरफाबाद सड़क को खोदकर बिन बिना बंद करे लापरवाह अफसर चले गए थे. काफी समय बीतने के बाद भी जब सड़क की मरम्मत नहीं हुई तो क्षेत्रीय लोगों ने अधिकारियों से मामले की शिकायत की. अधिकारियों ने संबंधित विभागों से उस गड्ढों के बारे में पूछा तो कोई भी कुछ बताने को तैयार नहीं था. इसके बाद एसीएम-2 रामानुज ने जाजमऊ थाने में जलकल नगर निगम और नमामि गंगे परियोजना के खिलाफ लापरवाही बरतने का मुकदमा दर्ज कराया.