ABC NEWS: कानपुर आईआईटी और एनएसआई के बाद तेंदुआ अब अर्मापुर की तरफ बढ़ गया है. मंगलवार रात को तेंदुए की चहलकदमी अर्मापुर स्थित ओएफसी में देखी गई तो वहां के कर्मचारियों को अफरा-तफरी मच गई. इसके साथ ही अग्निवीर भर्ती में शामिल होने अर्मापुर पहुंचे हजारों अभ्यर्थियों और इलाके के लोगों को पुलिस ने अनाउंसमेंट करके अलर्ट किया. देर रात तक पुलिस गश्त करती रही। वहीं, ओएफसी और ओईएफ आर्डनेंस फैक्ट्री का भी काम प्रभावित रहा. नाइट शिफ्ट में कर्मचारी कर्मचारी दहशत के चलते बाहर नहीं निकले.
रात भर अर्मापुर पुलिस ने घूम-घूम कर किया अलर्ट
एसीपी नजीराबाद संतोष सिंह ने बताया कि अर्मापुर स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री कानपुर (OFC) के कर्मचारियों ने मंगलवार रात तेंदुए को देखा तो हड़कंप मच गया. इसके बाद विभाग की ओर से ओएफसी कैंपस में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए तो कर्मचारियों की बात सही निकली. इसके बाद ओईएफ में अलर्ट जारी कर दिया गया. सभी डिपार्टमेंट के इंट्री प्वाइंट को बंद करके नाइट शिफ्ट की गई. गार्डों को भी अलर्ट कर दिया गया.
उधर दूसरी तरफ अर्मापुर में अग्निवीर सेना भर्ती चल रही है. इसमें शामिल होने के लिए शाम से लेकर रात तक हजारों अभ्यर्थी अर्मापुर ग्राउंड में पहुंचे. अभ्यर्थियों की भीड़ को देखते हुए पुलिस रात भर सड़क पर अनाउंसमेंट करती रही कि कोई भी अभ्यर्थी अकेले नहीं निकले…झुंड में रहें. अर्मापुर के तेंदुआ घूम रहा है. इसके साथ ही पुलिस ने अर्मापुर के अलग-अलग इलाके में भी घूम-घूम कर लोगों को अलर्ट किया. तेंदुए के आने से अर्मापुर की सभी ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों में दहशत का माहौल बना रहा. इसके साथ ही इलाके के लोग भी अपने-अपने घरों में दुबक गए.
वन विभाग का हर दांव फेल
आईआईटी में सबसे पहले तेंदुआ देखा गया. इकसे बाद नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट के जंगल में तेंदुआ देखा गया. तेंदुए को पकड़ने के लिए एनएसआई और आईआईटी में जाल भी लगाया गया, लेकिन तेंदुआ रोजाना अपनी जगह बदल दे रहा है. बार-बार वन विभाग का हर दांव फेल हो जा रहा है. मंगलवार रात को तेंदुआ अर्मापुर पहुंच गया. ओएफसी कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुआ कैंद हुआ है. इसके बाद से ओएफसी कैंपस में अलर्ट जारी कर दिया गया है. सभी कर्मचारी अपने-अपने डिपार्टमेंट में रात भर कैद रहे.
वन विभाग की लापरवाही से लोगाें को जान का जोखिम
बीते एक सप्ताह से तेंदुओ शहर के बीचो-बीच घूम रहा है. इसके बाद भी वन विभाग की टीम उसका कोई सुराग नहीं लगा पा रही है. अगर तेंदुआ आबादी के बीच घुस गया तो बड़ा हादसा हो सकता है. इसके बाद भी तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग के अफसर सिर्फ जाल के सहारे बैठे हुए हैं जबकि तेंदुआ जाल लगाने के बाद आसपास भी नहीं भटका.