ABC News: सचेंडी के रघुनाथपुर में लेखपाल, कानूनगो पर हुए हमले के बाद से लेखपालों का कार्य बहिष्कार जारी है. कानपुर की चारों तहसीलों में लेखपालों के कार्य बहिष्कार से आम जनता की मुसीबतें बढ़ गई हैं. आय, निवास, जाति प्रमाण पत्रों के अलावा वरासत के मामले भी रूके हुए हैं.
इस बीच, सोमवार को एक टीम रघुनाथपुर गांव पहुंची है, यहां पर अवैध कब्जों का सर्वे भी किया गया. आपको बता दें कि बीती 25 जुलाई को सचेंडी के रघुनाथपुर गांव में राजस्व टीम पर हमला बोल दिया गया था. इसमें नायब तहसीलदार से लेकर कानूनगो और लेखपाल के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था. इसी के बाद से कानपुर की चारों तहसील के लेखपाल कार्य बहिष्कार पर चल रहे हैं. लेखपालों के कार्य बहिष्कार से तहसील में आम जनता से जुड़े सारे कार्य ठप पड़ गए हैं. उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने एक टीम गठित की है. यह सचेंडी के रघुनाथपुर गांव में जाकर अवैध कब्जे चिंहित कर रही है. उन्होंने कहा कि जब तक रघुनाथपुर में अवैध कब्जे पूरी तरह से नहीं हटते और उनके संगठन की अन्य मांगे नहीं मानी जाती. लेखपाल कार्य पर वापस नहीं लौटेंगे.