ABC News: कानपुर में निकाय चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. दरअसल, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने दोपहर बाद से कानपुर में रोड शो किया लेकिन यहां पर बिरहाना रोड में एक समय ऐसा मौका भी आया, जब उनका सामना भाजपा के रोड शो से हो गया. हालात कुछ ऐसे आ गए कि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का रोड शो तकरीबन 50 मीटर आगे चल रहा था, वहीं, सपा मुखिया का काफिला ठीक उनके पीछे था. एक जगह पुलिस ने अखिलेश का काफिला कुछ देर के लिए रोका, तो सपाइयों ने यहां पर जबरदस्त नारेबाजी की, दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में किसी तरह का टकराव न हो, इसको लेकर यहां पर पुलिस हर पल सजग नजर आयी.
कानपुर में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सपा मुखिया अखिलेश यादव ने फूलबाग चौराहा से रोड शो की शुरूआत की. अखिलेश का काफिला फूलबाग से बिरहाना रोड होते हुए नयागंज चौराहा की तरफ जा ही रहा था कि उसके सामने भाजपा प्रत्याशी का जुलूस दिखाई पड़ गया, यहां पर भाजपा प्रत्याशी के साथ विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भी खुली जीप में सवार थे. दोनों ही रोड शो के बीच की दूरी का अंतर 50 मीटर से भी कम का दिखाई दे रहा था.
यह देखकर यहां मौजूद पुलिस अफसरों के माथे पर बल पड़े थे. इस बीच जुलूस कुछ आगे बढा तो एक भाजपा प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय के सामने बीजेपी कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे, जवाब में यहां सपाई भी आ गए लेकिन मुस्तैद पुलिस कर्मी पहले ही मानव दीवार बनाकर बीच में खड़े नजर आए. सपाई भी यहां पर नारेबाजी करने लगे. दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद न हो, इसको लेकर विधायक अमिताभ बाजपेयी खुद रथ से नीचे उतर आए और सपा कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाया, सामने से जब अखिलेश का रथ गुजरा तो नारेबाजी के बीच वह भी मुस्कुराते हुए आगे बढ़ गए.
इसके बाद नयागंज पीपल वाली कोठी से अखिलेश का रोड शो कैनाल रोड की तरफ मुड़ गया,, वही भाजपा का जुलूस नयागंज की तरफ चला गया. हालांकि,, सपाइयों ने यहां पर पुलिस विरोधी नारेबाजी की. सपा नेताओं का कहना था कि उनका रोड शो पहले से ही तय था.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी