ABC News: कानपुर में वॉटर सप्लाई को बेहतर करने के लिए कवायद चल रही है. इसी कड़ी में अब कानपुर में 160 नलकूपों के आटोमाईजेशन का कार्य किया जा रहा है. इस कार्य के पूरा होने के बाद जहां भी नलकूपों से वॉटर सप्लाई होती है, वहां पर इसकी राह में कोई अड़चन नहीं आएगी.
इसी को लेकर नगर आयुक्त शिवशरण अप्पा जीएन ने जलकल विभाग में बने आटोमाईजेशन सेंटर का जायजा लिया. नगर आयुक्त ने बताया कि 15वें वित्त आयोग के तहत स्वीकृत 160 नलकूपों में अब तक 120 का आटोमाइजेशन कार्य पूरा हो चुका है, जबकि 40 नलकूप अगले 10 दिनों में आटोमाईज हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि एक बार सभी नलकूप आटोमाइज हो जाने से हर साल करीब 36 लाख की बचत होगी. इसके अलावा 120 कर्मचारियोें पर जो खर्च होता है, उसकी भी बचत होगी. उन्होंने बताया कि आटोमाईजेशन एक प्रकार का साफ्टवेयर है, जिसके माध्यम से एक साथ सभी नलकूपों को एक ही जगह से चलाया जाता है. इसके अलावा, नलकूपों मे खराबी आदि की जानकारी भी आसानी से मिल जाएगी. इससे लीकेज आदि की मरम्मत का कार्य समयबद्ध ढंग से कराया जा सकेगा. नलकूपों के आटोमाइजेशन से जनता को समय से वॉटर सप्लाई होगी.
इसी प्रकार गंगा बैराज वाटर ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट तथा बेनाझाबर वाटर ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट के आटोमाईजेशन का कार्य भी स्मार्ट सिटी के माध्यम से पूर्ण करा दिया गया है.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी